कला के इतिहास में चित्रकला और नृत्य के बीच आपसी संवाद की घटनाएं बहुत ही दुर्लभ हैं।आज से 28 साल पहले...
“कहानीकार अरविंद कुमार ने भोजपुरी जी की रचनावली निकाल कर नई पीढ़ी को उनके व्यक्तित्व और योगदान से...
हिंदी में सोलह दिग्गज लेखकों, कलाकारों की जीवनियां नामी-गिरामी लेखकों से लिखवाना एक नई परिघटना है।...
“हमारी चुनावी राजनीति जिस तरह महात्मा को आज भी कुचल रही है, उनके 150वीं जयंती वर्ष में नाटकों में नए...
“नई किताबों और नए लेखकों ने जताईं उम्मीदें, लेकिन विदा हुए हमसे कई महत्वपूर्ण लेखक”
प्रेमचंद राष्ट्रीय आंदोलन के लेखकों में उतने ही बड़े प्रतीक हैं जैसे आजादी की लड़ाई में गांधी।