बॉलीवुड इंडस्ट्री इन दिनों बायकॉट ट्रेंड की चपेट में है। हालांकि बॉलीवुड इंडस्ट्री में तमाम उतार-चढ़ाव के बावजूद बॉलीवुड का जलवा हमेशा बना रहता है। हाल ही में हमारी बातचीत बॉलीवुड के दिग्गज डायरेक्टर दुष्यंत प्रताप सिंह से हुई उन्होंने बताया कि उनकी अगली फिल्म त्राहिमाम 4 नवंबर को रिलीज होने जा रही है।
ओटीटी बनाम थिएटर, आपकी नजर में क्या बेहतर है ?
असली सिनेमा का आनंद 35एमएम स्क्रीन में है. 200 लोगों के साथ एक साथ सिनेमा को इंजॉय करने का मजा ही कुछ और है. हालांकि मैं ओटीटी प्लेटफॉर्म का विरोध नहीं कर रहा हूं, परंतु थिएटर रिलीज किसी भी सिनेमा के लिए अधिक प्रतिष्ठा का विषय है।
फिल्म त्राहिमाम किस विषय पर आधारित फिल्म है ?
फिल्म त्राहिमाम एक सच्ची घटना पर आधारित फिल्म है। जिसमें गरीब मज़दूर चंपा और बल्लू को किन यातनाओं को सहना पड़ता है, कैसे राजनीति व सिस्टम से जूझना पड़ता है, के बारे में दिखाया जाएगा। विभिन्न पहलुओं से गुजरती हुई फिल्म सिस्टम पर जबरदस्त प्रहार करती है। फिल्म की शूटिंग मुंबई के अलावा नासिक और राजस्थान के धौलपुर भरतपुर में भी की गई।
इस फिल्म में आपने किन कलाकारों के साथ काम किया है ?
फिल्म की मुख्य भूमिका में बिग बॉस फेम अर्शी खान चंपा का किरदार निभाते हुए नजर आएगी, जबकि उनके साथ बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार पंकज बैरी, मुश्ताक ख़ान और आदि ईरानी दिखेंगे।
बॉलीवुड की मेन स्ट्रीम इंडस्ट्री के बारे में आप क्या कहना चाहेंगे?
दरअसल मेरा मानना है कि मेन स्ट्रीम इंडस्ट्री जैसा कुछ होता ही नहीं है। वर्तमान समय अच्छे कांसेप्ट पर काम करना अधिक आवश्यक है। हाल ही में कम बजट की फिल्म कश्मीर फाइल्स करोड़ों रुपए का कलेक्शन करती है, वहीं दूसरी ओर रक्षाबंधन, लाल सिंह चड्ढा जैसी फिल्मों की हालत सबको पता है। कई बॉलीवुड सेलिब्रिटी (हालांकि यहां में किसी का नाम नहीं लेना चाहूंगा) अपने नखरे और डिमांड के चलते फिल्म के बजट को तो बड़ा ही देते हैं साथ ही फिल्म उचित रूप में सामने नहीं आ पाती।
फिल्मों पर सब्सिडी के बारे में आपके क्या विचार है ?
दरअसल मैं सब्सिडी के हिसाब से फिल्म का निर्माण नहीं करता। इसका मुख्य कारण है कि इसके लिए लंबी कागजी कार्रवाई और फिल्म के लोकेशन संबंधित कार्यों में हस्तक्षेप होता है। जिसके कारण फिल्म निर्माण में कई बार समझौते करने पड़ते हैं जो मुझे मंजूर नहीं।
भविष्य में उत्तर प्रदेश फिल्म सिटी को आप किस प्रकार देखते हैं?
मेरे हिसाब से आदरणीय योगी जी की फिल्म सिटी योजना काफी सफल होने वाली है क्योंकि मुंबई में यूनियन का जाल फिल्म निर्माताओं को काफी परेशान करता है. मुझे लगता है कि महाराष्ट्र सरकार को इस दिशा में कड़े कदम उठाने चाहिए. यदि आंकड़ों की बात करें तो वैसे भी बॉलीवुड में कार्य करने वाले अधिकांश लोग उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब और राजस्थान से संबंधित है।
बॉलीवुड इंडस्ट्री में बायकॉट ट्रेंड चल रहा है, क्या आप भी इस बात से परेशान हैं ?
दरअसल बॉलीवुड के दिग्गजों ने सिनेमा प्रचार का तरीका बदल दिया है। यह उसी का नतीजा है आज के युग में बड़े-बड़े अभिनेता और फिल्ममेकर सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर का सहारा लेकर प्रचार करने लगे हैं और यह उसी का दुष्परिणाम है। इसके अलावा फिल्म निर्माताओं को आपने कांसेप्ट पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। मुझे अपने कांसेप्ट पर पूरा विश्वास है इसीलिए मुझे इस प्रकार का कोई डर नहीं।
फिल्म त्राहिमाम के अलावा आप किन प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं ?
फिलहाल मेरे 8 प्रोजेक्ट लाइनअप हैं। जिनमें फिल्म जिंदगी शतरंज,डार्क चीयर्स, एक थी रुकमा, मंटो की कहानी के अलावा कुछ और वेब सीरीज और म्यूजिक वीडियो शामिल है।