एशियाई बाजारों में गिरावट का दौर इस हफ्ते भी जारी रहा। बजट सत्र से पहले ही सोमवार को घरेलू शेयर बाजार में हंगामा मच गया है। आज यानी 24 जनवरी सेंसेक्स और निफ्टी में लगातार पांचवे दिन भी भारी गिरावट देखी गयी। इन पांच दिनों में सेंसेक्स 3817.4 और निफ्टी 1159.0 अंक फिसल गया।
निफ्टी और सेंसेक्स में ये भारी गिरावट, विदेशी पोर्टफोलियो इंवेस्टर्स के घरेलू मार्केट से पैसे खींचने, बढ़ती महंगाई, कच्चे तेल की कीमतों में उछाल के कारण हो रहा है। सेंसेक्स पर आज सभी शेयरों में बिकवाली रही, जबकि निफ्टी पर महज 2 स्टॉक्स मजबूत हुए।
आज बाजार की शुरुआत होते ही सेंसेक्स 250 अंक से अधिक गिर गया था। इसके बाद जैसे-जैसे सेशन आगे बढ़ा, बाजार गिरता चला गया। दोपहर 12 बजे तक सेंसेक्स 1000 अंक से ज्यादा गिर चुका था। वहीं दोपहर 02:15 बजे तक सेंसेक्स में 1983.07 अंक की गिरावट आ चुकी थी और इससे ऊपर 57 हजार अंक से भी नीचे गिरने का खतरा मंडरा रहा है। इसी प्रकार एनएसई निफ्टी करीब 600 अंक गिरकर 17,020 अंक पर आ चुका था।
मार्केट बन्द होते-होते सेंसेक्स 1545.67 अंकों की फिसलन के साथ 57,491.51 पर, जबकि निफ्टी 468.05 अंकों की गिरावट के साथ 17,149.10 पर बंद हुआ। दोनों ही घरेलू बेंचमार्क इंडेक्स ढाई फीसदी से अधिक की गिरावट के साथ बंद हुए हैं।
आपको बता दें कि यह गिरावट ऐसे वक्त पर देखी जा रही है, जब आगामी बजट केवल एक हफ्ते दूर है। बाजार में बिकवाली के कारण 30 कम्पनियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है, जिसमें बजाज फाइनेंस, टेक महिंद्रा, टाटा स्टील, विपरो, टाइटन आदि जैसी कंपनियां शामिल हैं।
अमेरिका में फेडरल रिजर्व के द्वारा ब्याज दर को अनुमान से पहले बढ़ाए जाने की आशंका है। इस हफ्ते मंगलवार से फेडरल रिजर्व की अहम बैठक शुरू हो रही है।