भारतीय पेटेंट कार्यालय में 2015-16 के दौरान बौद्धिक संपदा आवेदनों की संख्या करीब 30 प्रतिशत बढ़कर 3,41,086 तक पहुंच गई है जो इससे पूर्व वित्त वर्ष में 2,62,638 थी। ये आंकड़े काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि बौद्धिक संपदा के संवर्धन और शोध को बढ़ावा देने के माहौल का पता चलता है।
आईटी क्षेत्र में सैमसंग आरएंडडी इंस्टिट्यूट ने 2015-16 में आईटी क्षेत्र में सर्वाधिक पेटेंट आवेदन किए थे। उसके बाद घरेलू कंपनी टीसीएस और विप्रो का स्थान रहा। पेटेंट, डिजाइन, टेडमार्क और भौगोलिक संकेतक महानियंत्रक कार्यालय की सालाना रिपोर्ट के अनुसार, अन्य प्रमुख आवेदनकर्ताओं में इंडियन इंस्टिट्यूट आफ टेक्नोलाॅजी (आईआईटी) तथा एचसीएल टेक्नोलॉजी हैं।
आम बोलचाल में इसे भारतीय पेटेंट कार्यालय कहा जाता है और यह वाणिज्य एवं उद्योग मंत्राालय के अधीन आता है। सैमसंग आरएंडडी इंस्टिट्यूट इंडिया, टीसीएस, विप्रो, आईआईटी तथा एचसीएल ने क्रमश: 229, 213, 149, 60 तथा 49 आवेदन दिये।
वैज्ञानिक, अनुसंधान एवं विकास संगठल श्रेणी में वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) सूची में सबसे उपर है। इस क्षेेत्र के विदेशी आवेदनकर्ताओं में चिप बनाने वाली अमेरिकी कंपनी क्वालकाॅम ने सबसेे अधिक ।,884 पेटेंट आवेदन दिये। उसके बाद क्रमश: कोनिनक्लिजे फिलिप्स (949), सैमसंग इलेक्टानिक्स (905), हुआवेई टेक्नोलाजीज (648) और जरनल इलेक्ट्रिक कंपनी (446) का स्थान रहा।