इंटरनेशनल रेटिंग एजेंसी सर्विस मूडीज ने 13 साल में पहली बार भारत की क्रेडिट रेटिंग में बढ़ोतरी है। इससे पहले अटल बिहारी बाजपेयी नीत भाजपा सरकार के तहत ग्लो बल रेटिंग में बढ़त हुई थी। मूडीज ने भारत की क्रेडिट रेटिंग बढ़ने की वजह यहां इकोनॉमिक और इंस्टीट्यूशनल रिफॉर्म्स को बताया है। 2004 में मूडीज ने भारत को BAA3 रेटिंग दी थी। इसे सबसे निचला इन्वेस्टमेंट ग्रेड माना जाता है।
मूडीज द्वारा रैंकिंग में सुधार भारत की ओर से किए जा रहे आर्थिक और सांस्थानिक सुधारों के कारण हुआ है। एजेंसी ने शुक्रवार को भारत की रेटिंग BAA3 से बढ़ाकर BAA2 कर दी है और इसके शॉर्ट टर्म लोकल करेंसी की रेटिंग भी P-2 से P-3 कर दिया है। देश में हो रहे लगातार आर्थिक रिफॉर्म के कारण रेटिंग बढ़ाई गई है। BAA3 यह सबसे कम निवेश वाली स्थिति को दर्शाता है। इस रेटिंग में बदलाव यानी मूडीज के अनुसार भारत में निवेश का माहौल सुधरा है। इसलिए रेटिंग को BAA3 से बढ़ाकर BAA2 कर दिया है।
Moody's believes that the @narendramodi Government's reforms will improve business climate, enhance productivity, stimulate foreign and domestic investment, and ultimately foster strong and sustainable growth. @MoodysInvSvc
— PMO India (@PMOIndia) November 17, 2017
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, मूडीज ने अपने बयान में कहा, भारत की रेटिंग अपग्रेड होने की वजह वहां हो रहे इकोनॉमिक रिफॉर्म्स हैं। जैसे-जैसे वक्त बीतता जाएगा, भारत की ग्रोथ में इजाफा होगा। यह भी मुमकिन है कि मीडियम टर्म में सरकार पर कर्ज का भार कम होता जाए। मूडीज के मुताबिक, रिफॉर्म्स को सही तरीके से लागू करने पर कर्ज के तेजी से बढ़ने और ग्रोथ कम होने का खतरा कम होगा। हालांकि, मूडीज ने सलाह दी है कि भारत को ये भी ध्यान रखना चाहिए कि ज्यादा कर्ज कहीं उसका क्रेडिट प्रोफाइल खराब न कर दे।
अमेरिका की रेटिंग एजेंसी मूडीज का कहना है कि आर्थिक सुधारों से तेज वृद्धि होगी। वित्त वर्ष 2018 में जीडीपी ग्रोथ 6.7 फीसदी और वित्त वर्ष 2019 में 7.5 फीसदी रहना संभव है। वित्त वर्ष 2020 के बाद वृद्धि की रफ्तार में तेज बढ़त संभव है। इससे पहले 2004 में भारत की रेटिंग BAA3 थी और 2015 में रेंटिंग को स्टेबल से पॉजिटिव किया गया।
एजेंसी ने विभिन्न सुधार कार्यक्रमों में जीएसटी और नोटबंदी के साथ, मौद्रिक नीति की नई रुपरेखा, बैंकों के फंसे कर्ज से निबटने की रणनीति, आधार और जरुरतमंदों को सीधे सरकारी योजनाओं का फायदा यानी डीबीटी का खास तौर पर जिक्र किया है। एजेंसी मानती है कि जीएसटी की वजह से राज्यों के बीच व्यापार की बाधाएं खत्म होंगी, जिससे उत्पादकता को बढ़ावा मिलेगा।
अमित शाह ने दी बधाई
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी मूडीज़ की रेटिंग आने के बाद मोदी सरकार की तारीफ की। उन्होंने लिखा कि पीएम मोदी की लोकप्रियता और उनकी सरकार के काम के कारण लगातार सुधार हो रहा है। इससे पहले भारत ने ईज ऑफ डूइंग की रेटिंग में भी सुधार किया था।
India’s largest ever increase in Ease of Doing Business rankings, Pew study ascertaining PM @narendramodi ji’s popularity, Moody’s upgrade are all reflections of Modi Govt’s hard-work and reform process.
— Amit Shah (@AmitShah) November 17, 2017
मंत्री रविशंकर प्रसाद ने किया ट्विट
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने ट्विट कर कहा, इंटरनेशनल एजेंसी मूडीज ने 2004 के बाद पहली बार भारत की रेटिंग अपग्रेड किया है। ये मोदी सरकार में भरोसे को दिखाता है।
क्या है मूडीज? कैसे देती है रेटिंग
रेटिंग देने के इस सिस्टम देने की शुरुआत 1909 में जॉन मूडी ने की थी। इसका मकसद इन्वेस्टर्स को एक ग्रेड देना है, ताकि मार्केट में उसकी क्रेडिट बन सके। मूडीज कॉर्पोरेशन, मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस की पेरेंट कंपनी है, जो क्रेडिट रेटिंग और रिसर्च का काम करती है।
एजेंसी ने ग्रेडिंग के लिए 9 सिम्बल- Aaa, Aa, A, Baa, Ba, B, Caa, Ca और C तय किए हैं। Aa से लेकर Caa तक की 1, 2, 3 सब-कैटेगरी भी होती हैं। एजेंसी का काम दुनिया के 41 देशों में है, जिसमें करीब 11 हजार 700 लोग काम करते हैं।