विप्रो के चेयरमैन अजीम प्रेमजी (73) ने गुरुवार को रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया। विप्रो ने गुरुवार को बताया कि अजीम प्रेमजी 30 जुलाई को रिटायर हो जाएंगे लेकिन नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और फाउंडर चेयरमैन के तौर पर बोर्ड में बने रहेंगे। अजीम प्रेमजी 53 साल से विप्रो का नेतृत्व कर रहे हैं।
अजीम प्रेमजी के बेटे रिशद प्रेमजी (41) एक्जीक्यूटिव चेयरमैन का पद जिम्मेदारी संभालेंगे। रिशद फिलहाल विप्रो के चीफ स्ट्रैटजी ऑफिसर हैं और कंपनी के बोर्ड मेंबर हैं। विप्रो ने यह जानकारी भी दी है कि सीईओ और एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर आबिद अली नीमचवाला का पद अब सीईओ और एमडी का होगा। ये बदलाव शेयरधारकों की मंजूरी के बाद 31 जुलाई से लागू होंगे।
510 करोड़ की है नेटवर्थ
फोर्ब्स की सूची में प्रेमजी का स्थान विश्व में 38वें स्थान पर है। उनकी कुल नेटवर्थ 510 करोड़ रुपये है। वित्त वर्ष 2018 में वो भारत में दूसरे नंबर पर अरबपति थे। पहले पायदान पर रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी हैं।
मार्च में किए थे 34 फीसदी शेयर दान
आईटी दिग्गज अजीम प्रेमजी ने विप्रो लिमिटेड के 34 फीसदी शेयर परोपकार कार्य के लिए दान कर दिए थे। इन शेयर का बाजार मूल्य 52,750 करोड़ रुपये है। अजीम प्रेमजी फाउंडेशन ने बयान में कहा, "अजीम प्रेमजी ने अपनी निजी संपत्तियों का त्याग कर, उसे धर्मार्थ कार्य के लिए दान कर परोपकार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता बढ़ाई है। जिससे अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के परोपकार कार्यों को सहयोग मिलेगा।"