वित्त सचिव हसमुख अढि़या ने आज कहा है कि माल एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह में बढ़ोतरी हो रही है और मार्च के अंत तक 90,000 करोड़ रुपयेका जीएसटी संग्रह किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रत्यक्ष करों के संग्रह के बाद जो आंकड़ा सामने आया है वह हमारे लक्ष्य से अधिक हो गया है।
GST revenue collection for the month of March is Rs 90,000 Crore: Finance Secretary Hasmukh Adhia pic.twitter.com/5FUNKKdYtA
— ANI (@ANI) April 2, 2018
अढिया ने मुनाफाखोरी के मसले पर कहा कि हमें मुनाफाखोरी के खिलाफ करीब 200 शिकायतें मिलीं। जीएसटी इंटेलिजेंस के महानिदेशक ने 200 करोड़ रुपये के ऐसे मामले पकड़े, जिनमें जीएसटी का संग्रह तो किया गया पर इसे जमा नहीं कराया गया।
जीएसटीएन के चेयरमैन अजय भूषण पांडे ने कहा कि हम ई-वे तंत्र के रोल आउट से संतुष्ट हैं और ई-वे एससर्वर और ज्यादा भार लेने के लिए तैयार है। 35 राज्य और दो सिस्टम को ई-वे तंत्र में मिला दिया गया है। अबतक 1.36 करोड़ व्यापारियों और 11 लाख से अधिक डीलरों ने पंजीकरण कराया है।
We are satisfied with the roll-out Of E-Way mechanism and the E-Way sserver is prepared to take much more load. 35 states and 2 systems have got merged into E-Way mechanism. 1.36 Cr traders and more than 11 lakh dealers till now have registered: GSTN Chairman
— ANI (@ANI) April 2, 2018
सीबीडीटी चेयरमैन सुशील चंद्रा ने बताया कि 2017-18 में प्रत्यक्ष कर संग्रह साल दर साल आधार पर 17.1 फीसदी बढ़कर 9.95 लाख करोड़ रुपये हो गया। करीब 6.84 करोड़ टैक्स रिटर्न फाइल किए गए, जो कि इससे पिछले साल के 5.43 करोड़ से 26 फीसदी ज्यादा है। प्रत्यक्ष कर संग्रह में कॉरपोरेट टैक्स की हिस्सेदारी 17.1 फीसदी और पर्सनल टैक्स की हिस्सेदारी 18.9 फीसदी रही।
2017-18 direct tax collection at Rs 9.95 lakh crore, up 17.1% year-on-year. Nearly 6.84 Cr tax returns were filed vs 5.43 Cr, up 26% year-on-year and net corporate tax percentage at 17.1%, personal tax at 18.9%: CBDT Chairman pic.twitter.com/scoACWRIaf
— ANI (@ANI) April 2, 2018