जहां एक ओर देश में आम चुनाव की गहमागहमी है और तीसरे चरण का मतदान जारी है, वहीं, प्रवर्तन निदेशालय (ई डी) ने आइसीआइसीआइ-वीडियोकॉन मामले में आइसीआइसीआइ बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर को समन जारी किया है। नई दिल्ली से विभागीय अधिकारियों के मुताबिक, इस दंपति को बैंक लोन फ्राड के एक मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में अगले हफ्ते पेश होने को कहा गया है।
उन्होंने बताया कि जबकि 3 मई के लिए चंदा को समन जारी किया गया है, दीपक और उसके भाई राजीव को 30 अप्रैल को जांच अधिकारी के समक्ष पेश होकर मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत उनके बयान दर्ज कराने को कहा है। इन्हें समन पिछले हफ्ते जारी किया गया था।
इन तीनों आरोपियों को मामले के हल में जांचकर्ता को सहयोग करने के लिए संस्थागत और निजी वित्तीय मामले से जुड़े कागजात लेकर पेश होने को कहा गया है। इनसे पिछली एक मार्च को भी मुंबई में पूछताछ हुई थी। इस बीच चंदा कोचर, उनके परिवार और वीडियोकॉन समूह के वेनुगोपाल धूत के मुंबई और औरंगाबाद के ठिकानों पर छापेमारी हुई थी। ईडी ने चंदा कोचर, दीपक कोचर, धूत और अन्य के खिलाफ आइसीआइसीआइ बैंक से वीडियोकॉन ग्रुप को 1,875 करोड़ रुपये का कर्ज देने के मामले में हुईं अनियमितताओं और भ्रष्टाचार को आरोपित करते हुए हाल ही में पीएमएल एक्ट के तहत आपराधिक केस दर्ज किया, जो सीबीआइ की एफआइआर के आधार पर था।
समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक, सीबीआइ ने इन तीनों और धूत की कंपनियों— वीडियोकॉन इंटरनेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स लि. तथा वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज लि. को नामजद किया है। एजेंसी ने दो और कंपनियों को नामजद किया है, जिनका नाम धूत द्वारा खड़ी की गई सुप्रीम एनर्जी और दीपक कोचर के नियंत्रण में चलने वाली न्यूपावर रेनेवाबल्स है।