कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ अप्रैल-जून तिमाही के दौरान 13.4 प्रतिशत बढ़कर 3,436 करोड़ रुपए हो गया जो पिछले साल की इसी अवधि में 3,028 करोड़ रुपए था। देश की दूसरी सबसे बड़ी साफ्टवेयर सेवा कंपनी ने वित्त वर्ष 2016-17 के दौरान डॉलर के लिहाज से कारोबार वृद्धि का अनुमान घटाकर 10.8-12.3 प्रतिशत कर दिया गया जबकि पहले यह वृद्धि 11.8-13.8 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया था।
विनिमय दर के स्थिर मूल्य के लिहाज से राजस्व वृद्धि का सालाना अनुमान जो कि अप्रैल में 11.5 से 13.5 प्रतिशत रखा था वह कम होकर 10.5 से 12 प्रतिशत के दायरे में रह गया। सालाना वृद्धि अनुमान कम होने से शेयर बाजार के शुरआती दौर में कंपनी का शेयर 9.5 प्रतिशत तक गिर गया था। बेंगलुरु मुख्यालय वाली कंपनी ने बंबई शेयर बाजार को बताया कि उसे भारतीय लेखा-परीक्षण मानक के मुताबिक पिछले साल की इसी अवधि में 3,028 करोड़ रपए का मुनाफा हुआ था। समीक्षाधीन अवधि में कंपनी की एकीकृत आय करीब 17 प्रतिशत बढ़कर 16,782 करोड़ रुपए हो गई जो अप्रैल-जून 2015 के दौरान 14,354 करोड़ रुपए थी। इन्फोसिस के मुख्य कार्यकारी विशाल सिक्का ने कहा, हमें परामर्श सेवाओं तथा पैकेज के कार्यान्वयन में होने वाले खर्च में चुनौती का सामना करना पड़ा जिसका हमें पहले अनुमान नहीं था। इसके अलावा पिछली तिमाहियों में मिले बड़े सौदों में धीमी गति से आगे बढ़ने के कारण भी पहली तिमाही में वृद्धि उम्मीद से कम रही। हालांकि, उन्होंने कहा कि कंपनी की बड़े सौदे हासिल करने की रफ्तार बरकरार है।
एजेंसी