इंडियाबुल्स रियल एस्टेट, फाइनैंशियल सर्विसेज, सिक्योरिटीज और पावर सैक्टर में काम करता है। जुलाई 2014 में ग्रुप के प्रोमोटरों ने कम्पनी को री-स्ट्रक्चर करने के लिए इसमें बंटवारे का फैसला लिया था। री-स्ट्रक्चरिंग के तहत चेयरमैन और को-फाऊंडर समीर गहलौत का हाऊसिंग फाइनांस, रियल एस्टेट, सिक्योरिटीज और होलसेल ट्रेडिंग बिजनेस पर नियंत्रण रहा। इस तरह गहलौत के हाथों में इंडियाबुल्स हाऊसिंग फाइनांस लि., इंडियाबुल्स रियल एस्टेट लि., इंडियाबुल्स सिक्योरिटीज लि. और इंडियाबुल्स होलसेल सर्विसेज लि. का संचालन आ गया था। मिली जानकारी के मुताबिक कम्पनी के लगभग 1,000 कर्मचारी जांच के घेर में हैं। शेयर बाजार में विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाली इस कम्पनी के अलग-अलग वर्ग के शेयरों में 10 प्रतिशत की गिरावट रही।
एजेंसी