इस सौदे के लिए लफार्ज इंडिया का मूल्य 1.4 अरब डालर आंका गया है। लफार्ज इंडिया के देश में तीन सीमेंट कारखाने और दो ग्राइंडिंग स्टेशन है जिनकी कुल सालाना क्षमता 1.1 करोड़ टन है। कंपनी ने एक बयान में कहा, लफार्जहोल्सिम घोषणा करती है कि उसने लफार्ज इंडिया में अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए निरमा लि. के साथ समझौता किया है जिसके लिए उपक्रम का मूल्य 1.4 अरब डालर आंका गया है। लफार्ज इंडिया देश की प्रमुख रेडीमिक्स कांक्रीट विनिर्माता भी है। बयान में कहा गया है, विनिवेश से मिलने वाली राशि का उपयोग रिण कम करने के लिए किया जाएगा। लफार्जहोल्सिम भारत में अपनी अनुषंगियों एसीसी तथा अंबुजा के जरिए कारोबार करती रहेगी। उन अनुषंगियों की रखेगी जिनकी संयुक्त सीमेंट उत्पाद क्षमता छह करोड़ टन है और देश भर में इनका वितरण नेटवर्क है। लफार्जहोल्सिम ने कहा है, यह समझौता उसके 3.56 अरब डालर के विनिवेश कार्यक्रम का अंग है। मुख्य कार्यकारी एरिक ओल्सेन ने कहा, इस सौदे के साथ विनिवेश कार्यक्रम का दो तिहाई कार्य पूरा हो जाएगा और शेष हिस्से पर काम चल रहा है। हमें भरोसा है कि इस साल के अंत तक अपना लक्ष्य पूरा कर लेंगे। इस सौदे को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग की मंजूरी मिलनी बाकी है। कंपनी अपने विनिवेश कार्यक्रम में दक्षिण कोरिया की कंपनी बेच चुकी है और सऊदी अरब की इकाई में अपनी अल्पांश हिस्सेदारी बेचने का सौदा कर चुकी है।
एजेंसी