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मेक इन इंडियाः निर्माण क्षेत्र की कंपनियां जुटेगी एक मंच पर

नोटबंदी के सरकार के फैसले के बीच भी निर्माण क्षेत्र की कंपनियां मेक इन इंडिया की पहल करते हुए एक मंच पर जुटने जा रही हैं। इसके लिए मुंबई में एक दिसंबर से आयोजित होने वाली प्रदर्शनी में सभी कंपनियां अपने उत्पादों का प्रदर्शन करेंगी।
मेक इन इंडियाः निर्माण क्षेत्र की कंपनियां जुटेगी एक मंच पर

तीन दिसंबर तक चलने वाली इस प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य यह है कि जिस तरह से भारत में आर्थिक मंदी की बात की जा रही है ऐसा कुछ नहीं है। बल्कि इन कंपनियों का दावा है कि निर्माण क्षेत्र आने वाले दिनों में और मजबूत होगा और इससे मेक इन इंडिया की पहल को भी बढ़ावा मिलेगा। सीमैट इंडिया, इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन इंडिया और मोशन ड्राइव ऑटोमेशन इंडिया इस आयोजन में शामिल है। ‘विन इंडिया-2016’ के नाम से होने वाली यह प्रदर्शनी मुम्बई के बांद्रा-कुर्ला स्थित एमएमआरडीए ग्राउंड में किया जाना है। 
  
मेले के आयोजकों का कहना है कि इसमें 350 से अधिक निर्माण क्षेत्र से जुड़ी कंपनियां अपने नए उत्पादों और इनोवेशन्स को पेश करेंगे। ‘मेक इन इंडिया’ को लेकर सरकार द्वारा जर्मनी के हैनोवर मैस्से में आयोजित कार्यक्रम के आयोजन में इनका महत्वपूर्ण योगदान था। हैनोवर मिलानो फेयर्स इंडिया के प्रबंध निदेशक मेहुल लेवर्स शाह का कहना है कि यह पहली बार है जब निर्माण क्षेत्र के तीन सेक्टरों को एक साथ एक मंच पर लाया गया है। विन इंडिया 2016 के ये तीनों इन तीनों शो में ‘मेक इन इंडिया’ के लिए मार्ग प्रशस्त करेंगे तथा देश-विदेश से विश्वस्तरीय प्रोद्यौगिकी और मशीनों को पेश करेंगे। इस मेले में सीमेंन्स, रॉबर्ट बॉश इंजीनियरिंग, फेस्टो, कैमोजी, लार्सन एंड टुब्रो, रिट्टल, नोर्ड सिस्टम्स, जुंघेनरिच लिफ्ट ट्रक्स इंडिया, गोदरेज एंड वॉयस मैन्युफैक्चरिंग कंपनी लिमिटेड, महिन्द्रा लॉजिस्टिक्स, पिल्ज इंडिया, इनटच आदि कंपनी ले रही है। 
 
 
 
 

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