रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआइ) ने पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक (पीएमसी) के खाताधारकों को बड़ी राहत दी है। आरबीआइ ने रकम निकासी की सीमा बढ़ाकर 40 हजार रुपये कर दी है। इससे पहले आरबीआइ ने 3 अक्टूबर को खाताधारकों को अपने खाते से कुल जमा राशि में से 25,000 रुपये निकालने की मंजूरी दी थी। यह कदम खाताधारकों के विरोध प्रदर्शन के बाद उठाया गया था। सबसे पहले आरबीआई ने निकासी की सीमा केवल 1000 रुपये तय की थी, जिसे बाद में बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दिया गया था।
बैंक में वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आने के बाद आरबीआई ने खाताधारकों की नकदी निकासी की सीमा तय करने के साथ ही बैंक पर कई तरह के अन्य प्रतिबंध लगा दिए। निकासी पर प्रतिबंध लगाने के विरोध में खाताधारकों ने बुधवार को कोर्ट के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
वित्त मंत्री ने दिया था आश्वासन
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आरबीआई के गवर्नर से मुलाकात करके खातधारको की चिंताओं को दूर करने का आग्रह किया था। वित्त मंत्री ने सोमवार को कहा था कि गवर्नर ने भरोसा दिया है कि पीएमसी बैंक के खाताधारकों के हितों की रक्षा की जाएगी। निर्मला सीतारमण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, 'इस पूरे मामले का वित्त मंत्रालय से सीधे कोई लेना-देना नहीं है क्योंकि आरबीआई रेगुलेटर है।
ईओडब्ल्यू कर रही है घोटाले की जांच
पीएमसी बैंक यह पूरा मामला कथित 4,355 करोड़ रुपये के घोटाले का है। बैंक फिलहाल, आरबीआई द्वारा नियुक्त प्रशासक के तहत काम कर रहा है। बैंक के पूर्व प्रबंधकों की पुलिस की आर्थिक अपराध (ईओडब्ल्यू) शाखा जांच कर रही है।
सोमवार को बैंक घोटाला मामले में आरोपी पूर्व अध्यक्ष एस. वरयाम सिंह और एचडीआईएल के चयरमैन और प्रबंध निदेशक राकेश कुमार वधावन और उनके सारंग वधावन को 16 अक्टूबर तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।