रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति की समीक्षा का शुक्रवार को ऐलान कर दिया गया। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि इस बार भी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसके साथ ही चालू वित्त वर्ष 2023-24 के लिए आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 6.5 प्रतिशत से बढ़ाकर सात प्रतिशत कर दिया है। वहीं ,खुदरा मुद्रास्फीति के अनुमान को 5.4 प्रतिशत पर स्थिर रखा है।
इस तरह आरबीआई ने अपनी पिछली पांच मौद्रिक नीति समीक्षा बैठकों से रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। रेपो रेट में आखिरी बदलाव फरवरी 2023 में किया गया था। उस समय रेपो रेट बढ़ाकर 6.5 फीसदी कर दिया गया था।
यह लगातार पांचवी बार है जब ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। इसका मतलब है कि आपके होम लोन, कार लोन विभिन्न लोन पर की ईएमआई में कोई बदलाव नहीं होगा।
तीन दिन चली समीक्षा बैठक को लेकर उम्मीद की जा रही थी कि आरबीआई मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) मौजूदा रेपो दर को बनाए रखने का फैसला कर सकती है। रेपो रेट में बदलाव नहीं होने का मतलब है कि होम लोन दरों में कोई बदलाव नहीं होगा। ब्याज दरों में इस स्थिरता से कर्ज लेने वालों, विशेषकर होम लोन लेने वालों को राहत मिलने की संभावना है।