भाजपा सांसद स्वामी ने मीडिया को भी आड़े हाथ लेते हुए कहा कि वह राजन को किसी देवता और उन्हें राक्षस की तरह पेश कर रहा है। स्वामी ने कहा, रघुराम राजन के मामले में पूरा मीडिया उनका समर्थन करते हुए देश के बाहर की ताकतों से प्रेरित था और यह साबित करने में लगा हुआ था कि अगर वह चले जाएंगे तो स्टॉक मार्केट खस्ताहाल हो जाएगा। उन्होंने कहा, स्टॉक मार्केट खस्ताहाल नहीं हो रहा, बल्कि यह ऊपर की ओर जा रहा है। स्वामी ने आरोप लगाया, ब्याज दरें बढ़ाकर वह भारत की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा रहे थे और लघु एवं मध्यम उद्योगों के लिए बैंकों से कर्ज लेना मुश्किल बना रहे थे। स्वामी ने कहा, लिहाजा, ऐसे पेश किया जा रहा था जैसे मैं कोई राक्षस हूं और वह आदमी कोई देवता है, जो विदेश से हमें बचाने के लिए आया है।
भाजपा के राज्यसभा सांसद विराट हिंदुस्तान संगम की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। आपातकाल के दौरान स्वामी के राजनीतिक जीवन को याद करने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। अपने संबोधन के दौरान स्वामी ने यह आरोप भी लगाया, आपातकाल के दौरान जब मैं विदेश में था तो संजय गांधी के आदेश पर मुझ पर दो बार जानलेवा हमला हुआ। बाद में जब स्वामी से उनके दावे के आधार के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, उन दिनों के अखबारों में यह छपा था। गौरतलब है कि स्वामी वित्तीय नीति के मुद्दे पर राजन की आलोचना करते रहे हैं। हालांकि राजन पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि वह आरबीआई गवर्नर के तौर पर दूसरा कार्यकाल नहीं चाहते हैं।