आज जीएसटी के लिए कारोबारियों केे रजिस्ट्रेशन आखिरी तारीख है लेकिन अभी तक के उपलब्ध आंकड़ाेें के अनुसार, जीएसटी पोर्टल पर देश के 64 फीसदी कारोबारियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर कारोबारियों को कई तरह की दिक्क्तें आ रही हैं। इस वजह से भी बहुत से रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाए हैं। इसी तरह की परेशानियों के चलते जीएसटी रजिस्ट्रेशन की आखिरी तारीख 31 मार्च से बढ़ाकर 30 अप्रैल की गई थी। यह समय-सीमा एक बार फिर बढ़ाई जा सकती है।
कर्नाटक सबसे आगे, जम्मू-कश्मीर सबसे पीछे
अभी तक सबसे ज्यादा रजिस्ट्रेशन कर्नाटक, गुजरात, आंध्रप्रेदश जैसे राज्यों में हुए हैं। कर्नाटक में जीएसटी के 93 फीसदी और गुजरात में 89 फीसदी से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं जबकि जम्मू-कश्मीर में सिर्फ 4.47 फीसदी व्यापारियों ने जीएसटी में दिलचस्पी दिखाई हैैै। मेघालय में भी केवल 19 फीसदी रजिस्ट्रेशन हुए हैं, जबकि उत्तर प्रदेश में यह आंकड़ा 71 फीसदी से ऊपर पहुंच चुका है। दिल्ली के 67 फीसदी कारोबारी भी जीएसटी के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं।
जानकारी की कमी
कन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स के महामंत्री प्रवीण खंडेवाल का कहना है कि कारोबारियों को सरकारी वेबसाइट पर पंजीकरण के बारे में पूरी जानकारी नहीं है। सरकार को इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करना चाहिए। जीएसटी के नाम पर कई सारी फेक वेबसाइट खुल रही हैं। इससे भी लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा होती है।
जीएसटी के लिए रजिस्ट्रेशन कराने का फायदा यह है कि कारोबारियों को वैट का टैक्स क्रेडिट, इनपुट क्रेडिट और वैट रिफंड मिल पाएगा। रिटर्न फाइल करने से पहले जीएसटी रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है। इसके बिना टैक्स रिटर्न फाइन नहीं कर पाएंगे।
- 30 अप्रैल से पहले रजिस्ट्रेशन कराने से जीएसटी का इस्तेमाल आपके लिए आसान हो जाएगा।