नई दिल्ली। एक जून से महंगाई की और बढ़ने जा रही है। रेस्त्रां में खाने-पीने से लेकर टैक्सी, हवाई यात्रा, मोबाइल, इंटरनेट, माल ढुलाई, शिक्षा, स्वास्थ्य, मनोरंजन और बैंकिंग व बीमा से जुड़ी जैसी तमाम सेवाओं पर 12.36 फीसदी के बजाय 14 फीसदी सेवा कर वसूला जाएगा। वित्त मंत्री अरुण जेटली में आम बजट में सेवा कर की दर बढ़ाने का ऐलान किया था। संसद में वित्त विधेयक पारित होने के बाद अब सरकार ने इस बारे में अधिसूचना जारी कर दी है।
15 दिन के अंदर दो बार पेट्रोल व डीजल की कीमत बढ़ने से आम जनता पर पहले ही महंगाई का बोझ बढ़ चुका है। अब एक जून से तमाम तरह की सेवाओं पर ज्यादा सेवा कर की मार भी पड़ेगी। गौरतलब है कि कई सेवा प्रदाता बजट घोषणा के बाद से ही 14 फीसदी सेवा कर वसूलने लगे हैं, जबकि नियमानुसार सेवा कर की बढ़ी दरें एक जून से लागू होंगी। एक जून तक सेवा कर की दरें 12.36 (एजुकेशन सेस और सेकेंड्री व हायर एजुकेशन सेस सहित) फीसदी ही रहेंगी।
- वाटर पार्क, थीम पार्क और मनोरंजन से संबंधित सेवाएं
- 500 रुपए से अधिक के टिकट वाले कंसर्ट, गैर-मान्यता प्राप्त खेल आयोजन, म्यूजिक समारोह, अवार्ड फंक्शन में प्रवेश
- अल्कोहलिक पदार्थों के उत्पादन संबंधी जॉब वर्क पर सर्विस टैक्स लगेगा
- म्यूचुअल फंड या असेट मैनेजमेंट कंपनी को एजेंट द्वारा दी जाने वाली सेवाएं
- वितरक द्वारा म्यूचुअल फंड या एएमसी को दी जाने वाली सेवा
- लॉटरी टिकट के सेलिंग या मार्केटिंग एजेंट से लॉटरी के वितरक को दी जाने वाली सेवाएं