कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने अपने पेंशनधारकों को बड़ी राहत दी है। उसने कर्मचारी पेंशन स्कीम में पेंशन में आंशिक रूप से एकमुश्त निकालने की अनुमति दोबारा दे दी है। ईपीएफओ के 6.3 लाख पेंशनधारकों में से जो भी चाहें इसका फायदा ले सकेंगे।
15 साल तक एक तिहाई घटी पेंशन मिलेगी
इसके तहत अपनी पेंशन में एक तिहाई तक कटौती करवा सकते हैं। इसके एवज में उन्हें एकमुश्त राशि मिलेगी। यह कटौती 15 साल तक लागू होगी। इस अवधि के बाद पेंशन दोबारा पूरी मिलने लगेगी। ईपीएफओ के इस फैसले से उन पेंशनधारकों को फायदा होगा जिन्होंने 2009 से पहले रिटायरमेंट के समय कम्युटेशन के माध्यम से एकमुश्त राशि निकाली थी। यह सुविधा 2009 में बंद कर दी गई थी।
सीबीटी ने प्रस्ताव को दी मंजूरी
ईपीएफओ ने एक बयान में कहा कि उसके शीर्ष नीति निर्धारक संगठन सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज (सीबीटी) की हैदराबाद में 21 अगस्त को हुई बैठक में कर्मचारी पेंशन स्कीम में बदलाव के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। इस बदलाव के तहत पेंशन कम्युटेशन स्कीम दोबारा शुरू होगी और इसका लाभ 6.3 लाख पेंशनधारकों को मिलेगा।
सरकारी कर्मचारियों के समान सुविधा
भारतीय मजदूर संघ के महासचिव बृजेश उपाध्याय ने बताया कि यह मांग काफी समय से की जा रही थी। पहले सदस्य एक तिहाई पेंशन का कम्युटेशन 10 साल के लिए कर सकते थे। यह सुविधा सरकारी कर्मचारियों को भी मिलती है।
सेंसेक्स और निफ्टी ईटीएफ में बराबर निवेश
सीबीटी की बैठक में 31 अक्टबर से ईटीएफ निर्माताओं का चयन बिडिंग के जरिये करने के फैसले को मंजूरी दी गई। तब तक के लिए मौजूदा ईटीएफ निर्माता एसबीआइ एमएफ और यूटीआइ एमएफ का कार्यकाल बढ़ा दिया गया है। सीबीटी ने निफ्टी और सेंसेक्स ईटीएफ के बीच फंड का आवंटन बराबर करने को भी अनुमति दे दी। इन दोनों में 50-50 फीसदी फंड निवेश किया जाएगा।