कंपनी ने कल गूगल प्लस से नाता तोड़ने के लिए एक अहम ऐलान किया है। गूगल ने घोषणा की है कि अगले कुछ महीनों में गूगल प्लस को दो अलग-अलग प्रोडक्ट - स्ट्रीम और फोटो के तौर पर रिस्ट्रक्चर किया जाएगा। अभी तक गूगल की यू-टयूब जैसे महत्वपूर्ण प्रोडक्ट के लिए गूगल प्लस प्रोफाइल होने जरूरी थी। लेकिन अब यह अनिवार्यता भी खत्म की जा रही है।
गूगल का कहना है कि आने वाले महीनों में यू-ट्यूब जैसे गूगल की सभी सेवाओं के लिए आपको सिर्फ एक गूगल अकाउंट बनने की जरूरत पड़ेगी। गूगल प्लस में कंपनी ने कई बदलाव किए हैं। इसके लोकेशन शेयरिंग फीचर को गूगल हैंगआउट पर शिफ्ट किया जा रहा है। लेकिन इस तरह के बदलाव फेसबुक को चुनौती देने वाले सोशल नेटवर्क के तौर पर गूगल प्लस की पहचान को खत्म कर देंगे।
गौरतलब है कि गूगल प्लस को लोकप्रिय बनाने के लिए गूगल ने अपनी कई सेवाओं के लिए इस्तेमाल में गूगल प्लस प्रोफाइल को अनिवार्य कर दिया था। लेकिन ग्राहकों में उलटा असर हुआ। गूगल ने अपने ब्लॉग पर लिखा है कि गूगल के सोशल नेटवर्क के साथ सबसे बड़ी समस्या यह है कि यह पर्याप्त रूप से सोशल नहीं है। साइट का लेआउट फेसबुक के परंपरागत लेआउट की तरह यूजर फ्रेंडली और लोगों को अपनी ओर खींचने वाला नहीं है। सोशल वेब कैसे काम करता है, यह बात गूगल को अभी ठीक से समझनी है।
गौरतलब है कि वर्ष 2013 के आखिर में गूगल प्लस के 30 करोड़ मासिक सक्रिय ग्राहक होने का दावा किया गया था जबकि एक थर्ड पार्टी एजेंसी ने यह आंकड़ा 11 करोड़ होने का अनुमान लगाया है। इससे पहले गूगल को अपनी सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट ऑरकुल भी बंद करनी पड़ी थी।