शक्तिकांत दास ने ट्वीट किया कि 1,000 रुपये का नोट लाने की योजना नहीं है। 500 रुपये और निम्न मूल्यवर्ग के दूसरे नोटों के उत्पादन, आपूर्ति पर ध्यान दिया जा रहा है। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि एटीएम में नकदी समाप्त होने की शिकायतों पर ध्यान दिया जा रहा है। लोगों से आग्रह है कि उतनी ही नकदी निकालें जितने की वास्तव में जरूरत है। कुछ लोगों द्वारा अधिक निकासी दूसरों को इससे वंचित रख सकती है।
उल्लेखनीय है कि मीडिया के एक वर्ग में सरकार द्वारा 1,000 रुपये का नोट जल्द जारी किए जाने का समाचार दिया गया है। इसमें कहा गया है कि सरकार जल्द ही 1,000 रुपये का नोट जारी करेगी, इसके लिए तैयारियां शुरू हो गईं हैं।
वित्त मंत्री अरण जेटली ने पिछले सप्ताह कहा था कि बंद किए गए 500 और 1,000 रुपये के नोटों के स्थान पर नए नोटों को जारी करने का काम करीब करीब सामान्य हो चला है। रिजर्व बैंक दैनिक आधार पर आपूर्ति स्थिति पर नजर रखे हुए है।
सरकार ने कालाधन, नकली नोट और आंतकवादियों को किए जाने वाले वित्तपोषण पर अंकुश लगाने के ध्येय से 8 नवंबर 2016 को उस समय चलन में रहे 500 और 1,000 रुपये के नोटों को एक झटके में अमान्य कर चलन से बाहर कर दिया था। (एजेंसी)