रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अनारक्षित टिकट रेले की रोजाना कुल टिकट बिक्री का एक बड़ा हिस्सा है और हम ई-वाणिज्य के माध्यम से इस क्षेत्र का दोहन करना चाहते हैं।
रेलवे को इस सुविधा के कोई खर्च नहीं उठाना पड़ेगा। उल्टे, इस सार्वजनिक परिवहनकर्ता को हर टिकट कमीशन मिलने की संभावना है।
अधिकारी ने बताया कि कई शीर्ष मोबाइल बटुआ कंपनियां रेलवे से जुड़ने को इच्छुक हैं। इस संबंध में तौर-तरीकों को अंतिम रूप देने के लिए वार्ता चल रही है। भाषा एजेंसी