विप्रो में दिसंबर 2016 तक 1.79 लाख कर्मचारी कार्यरत थे। इस बारे में संपर्क किए जाने पर विप्रो ने कहा कि कंपनी नियमित तौर पर “गहन प्रदर्शन मूल्यांकन प्रक्रिया” का पालन करती है ताकि अपने कारोबारी लक्ष्यों, रणनीतिक प्राथमिकताएं और ग्राहकों की मांग के अनुरूप कर्मचारियों की उपलब्धता सुनिश्चित कर सके।
कंपनी 25 अप्रैल को पिछले साल की अंतिम तिमाही का कारोबारी ब्योरा और वार्षिक रिपोर्ट पेश करने वाली है। कंपनी के बयान में कहा गया है कि “प्रदर्शन मूल्यांकन” के बाद कुछ कर्मचारी कंपनी से अलग भी किए जा सकते हैं और ये संख्या हर साल अलग-अलग होती है। हालांकि विप्रो ने ये नहीं बताया कि अब तक कंपनी से कितने कर्मचारी “अलग” किए जा चुके हैं। विप्रो ने कहा कि उसके समेकित मूल्यांकन प्रक्रिया में दिशा-निर्देशन, दोबारा प्रशिक्षण और कर्मचारियों की कुशलता को बढ़ाना शामिल है।
विप्रो का ये फैसला ऐसे समय में आया है जब अमेरिका, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में भारतीय प्रवासियों को वीजा देने को लेकर नियम कड़े किए जा चुके हैं।