यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल और इंडियन नेशनल बार एसोसिएशन के तत्वावधान में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रमुख वक्ता के रूप में अपनी बातें रखते हुए जेठमलानी ने अमेरिका को मुकारकबाद दी कि उसने विदेशों में काला धन रखने वालों के खिलाफ कठोर एवं मजबूत कार्रवाई की और इस प्रक्रिया में कई स्विस बैंकों के खिलाफ अभियोजन चलाया।
उन्होंने कहा कि अमेरिका की उन लोगों की सूची तक पहुंच है जिन लोगों ने स्विस बैंकों में काला धन छिपा रखा है। पूर्व भाजपा नेता ने कहा कि विदेशों में छिपाया गया काला धन भारत वापस लाने के मुद्दे पर मोदी सरकार के रुख पर उन्हें गहरी निराशा है और मौजूदा हालात में यह संभव नहीं है। अपने संबोधन में तीखा रुख अपनाते हुए जेठमलानी ने इसके लिए केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली को जिम्मेदार ठहराया।
पूर्व कानून मंत्री ने कहा, मोदी से मेरी निराशा उस दिन शुरू हो गई जिस दिन उन्होंने अपना मंत्रिमंडल बनाया। उन्होंने जिन्हें वित्तमंत्री बनाया उनका मैं बड़ा आलोचक हूं। जेठमलानी ने आरोप लगाया कि विदेशों में छिपाया गया काला धन भारत वापस लाने के मोदी का लक्ष्य पूरा करने के प्रति जेटली ईमानदार और नेकनीयत नहीं हैं।