एनटीपीसी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक ए के झा ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कंपनी का 700 करोड़ रुपये का सार्वजनिक निर्गम कर मुक्त बांड 23 सितंबर को खुलेगा। इसके लिये सरकार से पहले ही मंजूरी मिल गई थी।
एनटीपीसी के निदेशक (वित्त) के बिसवाल ने कहा, ‘30 प्रतिशत कर के दायरे में आने वाले व्यक्ति के लिए 20 साल की अवधि में इस बांड पर प्रभावी कर पूर्व प्राप्ति तकरीबन 10.88 प्रतिशत बनेगी। बांड पर देय ब्याज सावधि जमाओं (एफडी) पर मिलने वाले ब्याज से आकर्षक है। निर्गम 10 साल, 15 साल और 20 साल के लिए है।’ वहीं गैर-खुदरा निवेशकों के मामले में ब्याज दर 10 साल की अवधि के बांड पर 7.11 प्रतिशत, 15 साल के लिए 7.28 प्रतिशत तथा 20 साल के लिए 7.37 प्रतिशत है।
सरकार ने जुलाई में कंपनी को कर मुक्त बांड के जरिये 1,000 करोड़ रुपये जुटाने को मंजूरी दी थी। इसमें से कंपनी ने 300 करोड़ रुपये निजी नियोजन के जरिये कंपनी जुटा लिए हैं। बिसवाल ने कहा, ‘कुल निर्गम में से 40 प्रतिशत यानी 280 करोड़ रुपये का बांड खुदरा निवेशकों के लिए रखा गया है।’ कुल 1,000 करोड़ रुपये के कर मुक्त बांड में कंपनी 300 करोड़ रुपये का बांड पहले ही निजी नियोजन के आधार पर संस्थागत निवेशकों को जारी कर चुकी है। इसे 7.25 गुना अभिदान मिला।
पूंजीगत व्यय के बारे में झा ने बताया कि कंपनी चालू वित्त वर्ष में 23,000 करोड़ रुपये के लक्ष्य को पार कर जाएगी। 2015-16 की पहली तिमाही में कंपनी पहले ही 5,850 करोड़ रपये खर्च कर चुकी है। साथ ही कंपनी के शेयरधारकों ने घरेलू बाजार से गैर-परिवर्तनीय बांड के जरिये 5,000 करोड़ रुपये जुटाने को मंजूरी दी है। इसे एक साल में जुटाया जाएगा।
विदेशी बाजारों में एक अरब डालर के मसाला बांड या रुपये में बांड जारी किए जाने के बारे में बिसवाल ने कहा, ‘रिजर्व बैंक को मसाला बांड के बारे में दिशानिर्देश जारी करना है। हम चालू वित्त वर्ष में इसकी उम्मीद कर रहे हैं।’ एनटीपीसी की पूंजीगत व्यय के लिये एक अरब डालर मूल्य के रपये में जारी बांड से राशि जुटाने की योजना है।
कंपनी ने 2032 तक अपनी क्षमता बढ़ाकर 1,28,000 मेगावाट करने का लक्ष्य रखा है जिसमें 28 प्रतिशत अक्षय ऊर्जा स्रोतों से होगा। फिलहाल एनटीपीसी की उत्पादन क्षमता 45,458 मेगावाट है।