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रुपये में फिर गिरावट, डॉलर के मुकाबले 36 पैसे कमजोर हुआ रुपया

मुद्रास्फीति बढ़ने तथा औद्योगिक उत्पादन के गिरकर तीन महीने के निचले स्तर पर आ जाने के साथ ही कच्चे तेल...
रुपये में फिर गिरावट, डॉलर के मुकाबले 36 पैसे कमजोर हुआ रुपया

मुद्रास्फीति बढ़ने तथा औद्योगिक उत्पादन के गिरकर तीन महीने के निचले स्तर पर आ जाने के साथ ही कच्चे तेल के दाम बढ़ने से सोमवार को अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में रुपया शुरुआती कारोबार में 36 पैसे गिरकर 73.93 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया। यह लगातार तीन दिनों के सुधार के बाद आई गिरावट है।   

माना जा रहा है विदेशों में कुछ अन्य मुद्राओं के बदले डॉलर की मजबूती से रुपये पर भी असर पड़ा है। शुक्रवार को केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, तेल और खाने-पीने के सामान की कीमतों में हुई बढ़ोतरी से महंगाई तेज हुई। सितंबर महीने में खुदरा महंगाई दर (सीपीआई) बढ़कर 3.77 फीसद हो गया। अगस्त महीने में खुदरा महंगाई दर 3.69 फीसद रही थी।

आयातकों की डॉलर मांग तथा विदेशी निवेशकों की सतत निकासी ने भी रुपये को कमजोर किया। डीलरों ने कहा कि विदेशी बाजारों में अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर का मजबूत होना और घरेलू शेयर बाजार के उथल-पुथल में खुलने जैसे कारकों ने भी रुपये पर दबाव डाला।    

शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, अगस्त महीने में औद्योगिक उत्पादन गिरकर तीन महीने के निचले स्तर 4.3 प्रतिशत पर आ गया। सितंबर में खुदरा मुद्रास्फीति बढ़कर 3.77 प्रतिशत पर पहुंच गई।     शुक्रवार को रुपया 55 पैसे मजबूत होकर 73.57 रुपये प्रति डॉलर पर रहा था।

वहीं, दूसरी तरफ औद्योगिक उत्पादन के मामले में सुस्ती आई है। अगस्त महीने में आईआईपी घटकर 4.3 फीसद हो गया, जो पिछले तीन महीने का न्यूनतम स्तर है।

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