भारत की प्रमुख ई-बिजनेस कंपनी फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक बिन्नी बंसल ने 7.6 करोड़ डॉलर (531 करोड़ रुपये) कीमत के अपने 54 लाख इक्विटी शेयर दुनिया की प्रमुख रिटेल कंपनी वॉलमार्ट की लज्जमबर्ग स्थित कंपनी एफआईटी होल्डिंग्स एसएआरएल को बेच दिए हैं। बिजनेस इंटेलीजेंस प्लेटफॉर्म पेपरडॉटवीसी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
चेन्नई स्थित पेपरडॉटवीसी ने आईएएनएस को ईमेल के माध्यम से बताया कि वॉलमार्ट ने अपनी लज्जमबर्ग स्थित कंपनी एफआईटी होल्डिंग्स एसएआरएल के माध्यम से 7.6 करोड़ डॉलर में फ्लिपकार्ट के पहले सह संस्थापक बिन्नी बंसल के 5,39,912 शेयर खरीदकर ई-कॉमर्स कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा दी है।
सॉफ्टवेयर इंजीनियर और इंटरनेट उद्यमी हैं बिन्नी
बिन्नी बंसल एक भारतीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर और इंटरनेट उद्यमी हैं। 2007 में उन्होंने सचिन बंसल साथ ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापित किया। बिन्नी चंडीगढ़ के रहने वाले हैं और कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग में एक डिग्री के साथ भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली से स्नातक की उपाधि की है।
बिन्नी बंसल के पास बचे 3.52 फीसदी शेयर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इससे पहले बिन्नी बंसल के पास 3.85 फीसदी शेयर थे। अब हिस्सेदारी बेचने के बाद बंसल के पास 3.52 फीसदी शेयर बचे हैं। बंसल ने पांच लाख 39 हजार 912 इक्विटी शेयरों को लक्जमबर्ग स्थित एसएआरएल को बेचा है। यह कंपनी वालमार्ट के नियंत्रण में है और फ्लिपकार्ट का संचालन करती है। इससे पहले भी बिन्नी बंसल ने फ्लिपकार्ट के 11 लाख 22 हजार 433 शेयरों को वालमार्ट द्वारा कंपनी को खरीदने के वक्त 159 मिलियन डॉलर में बेचा था।
एक कर्मचारी ने लगाया था उत्पीड़न का आरोप
पिछले साल बिन्नी बंसल पर उनकी कंपनी के एक कर्मचारी ने उत्पीड़न का आरोप लगाया था, जिसके चलते बिन्नी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
इसी साल मई में वॉलमार्ट ने खरीदी थी फ्लिपकार्ट की 77 फीसदी हिस्सेदारी
बिन्नी ने 2007 में सचिन बंसल के साथ मिलकर फ्लिपकार्ट की स्थापना की थी। इसी साल मई में अमेरिकी दिग्गज कंपनी वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट की 77 फीसदी हिस्सेदारी 16 अरब डॉलर (1,16,256 करोड़ रुपये) में खरीदी थी।
ऐमजॉन के बेंगलुरु ऑफिस में काम करने के एक साल बाद सचिन बंसल और बिन्नी बंसल ने नौकरी छोड़कर ऐसी ही एक कंपनी बनाने का फैसला किया था। उस वक्त दोनों की उम्र 26-27 वर्ष की थी। साल 2006 में ऐमजॉन के इंडिया डिवेलपमेंट सेंटर में पहली बार मिले सचिन और बिन्नी ने एक अन्य साथी के साथ एक ऑनलाइन कंपैरिजन साइट शुरू करने की रूपरेखा तैयार की थी।