फिल्म पद्मावती पर विवाद गहराता ही जा रहा है। इस फिल्म के प्रदर्शन का विरोध कर रहे लोगों का अजमेर शरीफ के दीवान जैनुल आबेदीन अली खान ने समर्थन किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की अपील करते हुए मुसलमानों से कहा है कि वे भी इसका विरोध करें।
दीवान ने गुरुवार को जारी बयान में इस फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली की तुलना विवादित लेखक सलमान रुशदी, तस्लीमा नसरीन और तारेक फतह से की है। उन्होंने कहा कि जिस तरह भंसाली ने इतिहास को ‘तोड़मरोड़’ कर फिल्म का निर्माण किया है और देश के राजपूत समुदाय की भावनाओं को आहत किया है, उसी तरह अभिव्यक्ति की आजादी का सहारा लेकर रुश्दी, तस्लीमा और तारेक फतह मुसलमानों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश करते रहते हैं।
उन्होंने कहा है कि एक ऐसी फिल्म जिसमें ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की गई है उसका प्रदर्शन होने पर कानून-व्यवस्था पर भी विपरीत प्रभाव पड़ेगा। महारानी पद्मिनी को वीरता और महिलाओं के गर्व का प्रतीक बताते हुए कहा कि उनका अपमान कोई सहन नहीं करेगा। यह फिल्म एक दिसंबर को रिलीज होगी। राजपूत करणी सेना ने विरोध में भारत बंद का ऐलान किया है।