बोर्ड के रिजल्ट आ चुके हैं और ज्यादातर विश्वविद्यालयों ने भी अपने परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए हैं। ऐसे में नौजवान इस उधेड़बुन में फंसे हुए हैं कि अब कैरियर किस दिशा में ले जाया जाए, जिससे कम समय में उन्हें एक बेहतर रोजगार का साधन प्राप्त हो और उनका भविष्य भी सुरक्षित रहे। इंटरनेट और सोशल मीडिया ने भी युवाओं की उम्मीदों को नए पंख दिए हैं। आजकल के युवा गैर पारंपरिक क्षेत्रों में भी आज में हाथ आजमा रहे हैं और अच्छी आय के साथ प्रसिद्धि भी अर्जित कर रहे हैं। बॉलीवुड एक ऐसी जगह है जिसकी चकाचौंध से शायद ही कोई अछूता रहता हो। कई विधाएं ऐसी हैं जिनमें अपना कैरियर बनाकर भविष्य सुरक्षित किया जा सकता है। ऐसी ही एक विधा साउंड इंजीनियरिंग की है। जिसकी उचित जानकारी और कौशल होने होने पर एक बेहतर भविष्य की संभावनाएं हैं। साउंड इंजीनियरिंग के क्षेत्र में करियर संबंधी विकल्पों के बारे में बता रहे हैं बॉलीवुड में लंबे समय से कार्यरत और अरिजीत सिंह, और नेहा कक्कड़ जैसे गायकों के साथ कार्य कर चुके कोहिनूर मुखर्जी।
स्टूडियो इंजीनियर: संगीतकारों के लिए उच्चतम ऑडियो गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए स्टूडियो इंजीनियर रिकॉर्डिंग प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे साउंड मैनेजमेंट के लिए एडवांस्ड रिकॉर्डिंग इंस्ट्रूमेंट, ट्रैक मिक्सिंग और स्पेशल इफेक्ट्स डालते हैं। ये अपनी इन्हीं तकनीकी विशेषज्ञताओं के द्वारा किसी रिकॉर्डिंग प्रोजेक्ट की सफलता में योगदान देते हैं।
लाइव साउंड इंजीनियर: लाइव साउंड इंजीनियर कॉन्सर्ट और प्रदर्शन के दौरान अपना असली स्किल दिखाते हैं। वे ऑडियो इंस्ट्रोमेट्स का मैनेजमेंट करते हैं, साउंड सिस्टम सेटअप करते हैं, और दर्शकों को बेहतर लाइव अनुभव प्रदान करने के लिए साउंड लेवल को बैलेंस करते हैं। इन पेशेवरों के पास किसी तकनीकी समस्या सुलझाने और दबाव के माहौल में काम करने का हुनर होता है।
मिक्सिंग और मास्टरिंग इंजीनियर: मिक्सिंग और मास्टरिंग इंजीनियर रिकॉर्डेड ट्रैक्स को रिफाइन और पॉलिश करने के लिए जाने जाते हैं। वे सभी एलिमेंट्स को एक साथ लाते हैं, साउंड लेवल को मैनेज करते हैं, EQ अप्लाई करते हैं और एक बैलेंस्ड ऑडियो सुनिश्चित करते हैं। ऑडियो एडिटिंग सॉफ़्टवेयर में उनकी विशेषज्ञता और पेशेवर-गुणवत्ता म्यूज़िक प्रोडक्शन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
बता दें कि कोहिनूर मुखर्जी ओ सजना, हमदम, ओ जानिया, रंग लाल,'तू बनके हवा तेरे बिन क्या' के अतिरिक्त नेहा कक्कड़ के गाए 'माही वे' जैसे गीतों में अपना तकनीकी कौशल दिखा चुके हैं।