Advertisement

पद्मावती को फिर चाहिए सुरक्षा

जितनी सुरक्षा की दरकार पद्मावती बनी दीपिका पादुकोण के लिए है उतनी तो शायद 13वीं-14वीं सदी की काल्पनिक...
पद्मावती को फिर चाहिए सुरक्षा

जितनी सुरक्षा की दरकार पद्मावती बनी दीपिका पादुकोण के लिए है उतनी तो शायद 13वीं-14वीं सदी की काल्पनिक रानी पद्मावती को भी नहीं पड़ी होगी। संजय लीला भंसाली की फिल्म 1 दिसंबर को प्रदर्शित होने जा रही है। लेकिन राजपूत संगठनों ने फिर आपत्ति उठा कर 1 दिसंबर को चित्तौड़गड़ बंद का ऐलान किया है।

बंद के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया जा रहा है बंद ऐलान करने वाली संस्था जौहर स्मृति संस्थान का कहना है कि मेवाड़ के शासकों के गौरव गाथा को फिल्म के जरिए धूमिल करने के कोशिश की जा रही है। पहले विवाद था कि रानी पद्ममिनी जिसे भंसाली ने पद्मावती नाम दिया है, के साथ अलाउद्दीन खिलजी के अंतरंग प्रसंग दिखाए जाएंगे। फिल्म की शूटिंग के दौरान ही इस अफवाह को लेकर भंसाली से न सिर्फ मारपीट की गई बल्कि उनका सेट भी तोड़ दिया गया।

दीपिका पादुकोण अब फिल्म के प्रमोशन के लिए भी कड़ी सुरक्षा में कहीं भी जा रही हैं। दीपिका का कहना है कि फिल्म देख कर सभी का गुस्सा शांत हो जाएगा। इसमें किसी की भावनाओं के खिलाफ कुछ भी नहीं है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad