प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने सिनेमाघरों के नजदीक जाने से रोका। उदयपुर के एक सिनेमाघर में लगे दिलवाले फिल्म के पोस्टर फाड़े गए। पुलिस को यहां हल्का लाठीचार्ज भी करना पड़ा।
जयपुर में एक सिनेमाघर में दिलवाले का विरोध कर रहे एक हिन्दूवादी संगठन के पदाधिकारी ने कहा कि हम लोकतांत्रिक ढंग से विरोध कर रहे हैं और लोगों से यह फिल्म नहीं देखने की अपील कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शाहरूख खान ने व्यापारिक माफी मांगी है मन से माफी नहीं मांगी है।
‘दिलवाले’ को शाहरूख के असहिष्णुता वाले बयान की वजह से प्रदर्शन के पहले ही दिन दक्षिणपंथी समूहों के विरोध का सामना करना पड़ा, जिसके चलते मध्य प्रदेश के भोपाल, इंदौर एवं जबलपुर सहित कई जिलों में फिल्म का प्रदर्शन प्रभावित हुआ है। दक्षिणपंथी हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने शाहरूख-काजोल की फिल्म दिलवाले के पोस्टर फाड़ दिए और उसे प्रदर्शित कर रहे सिनेमाघरों में जमकर उत्पात मचाया, जिसकी वजह से जबलपुर में समदडि़या, ज्योति एवं साउथ एवन्यू सिनेमाघरों में फिल्म का प्रदर्शन रोकना पड़ा। इसी तरह प्रदर्शनकारियों ने शिवपुरी के श्रीराम सिनेमाघर में भी फिल्म का प्रदर्शन रुकवा दिया। उन्होंने दुर्गा सिनेमाघर के सामने विरोध प्रदर्शन किया।
पुलिस का कहना है कि भोपाल में हिन्दू मित्र मंडल के कार्यकर्ताओं ने अपने अध्यक्ष कपिल जाधव के नेतृत्व में ज्योति सिनेमाघर के सामने प्रदर्शन किया, जबकि हिन्दूवादी संगठनों द्वारा इंदौर में सपना-संगीता सिनेमाघर के सामने प्रदर्शन किया गया। इंदौर में शांति भंग करने के आरोप में हिन्द राष्ट्रीय संगठन के प्रमुख राजेश शिरोडकर और उनके एक साथी प्रदर्शनकारी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। भोपाल में प्रदर्शनकारी जैसे ही सुबह लगभग ग्यारह बजे ज्योति सिनेमाघर पहुंचे, वहां पहले से मौजूद पुलिस बल ने उन्हें दूर खदेड़ दिया। ग्वालियर पुलिस नियंत्रण कक्ष के अनुसार शहर के तीन सिनेमाघरों में फिल्म का प्रदर्शन शांतिपूर्वक चल रहा है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही भारतीय फिल्म फेडरेशन ने मध्य प्रदेश सरकार से आग्रह किया था कि वह फिल्म ‘दिलवाले’ का प्रदर्शन प्रदेश में शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने की व्यवस्था करे। इससे पहले हिन्द राष्ट्रीय संगठन प्रमुख शिरोडकर, जो खुद को भाजपा सदस्य बताते हैं, ने भाषा से कहा था कि असहिष्णुता को लेकर शाहरूख खान ने गैर जिम्मेदाराना बयान दिया है, जिससे देश का माहौल बिगड़ा है। अपने पचासवें जन्मदिन पर देश में असहिष्णुता पर चल रही बहस में शामिल होते हुए शाहरूख खान ने एक समाचार चैनल से बातचीत में इस बारे में चिंता प्रकट की थी।