व्यंग्यात्मक फिल्म ‘जाने भी दो यारो’ से बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने वाले मशहूर फिल्म निर्देशक और लेखक कुंदन शाह का शनिवार को निधन हो गया। वे 69 वर्ष के थे। शाह का निधन उनके मुंबई स्थित घर में हार्ट अटैक होने के कारण हुआ। 19 अक्टूबर, 1947 को जन्में कुंदन शाह का 70वां बर्थडे आने वाला था।
कुंदन शाह के निधन की खबर की पुष्टि फिल्म मेकर अशोक पंडित ने की है। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से शाह की तस्वीर शेयर करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। कुंदन की अचानक मौत की खबर से पूरा फिल्म जगत शोक में है।
Sad to know about the demise of one of our finest directors #KundanShah. Will miss you Sir! #JaaneBhiDoYaaron pic.twitter.com/1A5uUIos63
— Ashoke Pandit (@ashokepandit) October 7, 2017
हिंदी सिनेमा की क्लासिक फिल्मों में से एक है 'जाने भी दो यारों'
1983 की मोस्ट पॉपुलर फिल्म 'जाने भी दो यारों' से बतौर निर्देशक डेब्यू करने वाले कुंदन शाह ने 'क्या कहना', 'दिल है तुम्हारा', 'कभी हां कभी ना', ‘खामोश’, ‘हम तो मोहब्बत करेगा’ जैसी फिल्मों को डायरेक्ट किया। फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया(एफटीआई) पुणे के स्टूडेंट रहे कुंदन शाह की पहली फिल्म 'जाने भी दो यारों' हिंदी सिनेमा की क्लासिक फिल्मों में से एक मानी जाती है।
‘जाने भी दो यारों’ के लिए मिला नेशनल अवॉर्ड
कुंदन शाह को फिल्म ‘कभी हां, कभी ना’ के लिए बेस्ट मूवी का फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला। वहीं, वह बहुचर्चित फिल्म ‘जाने भी दो यारों’ के लिए नेशनल अवॉर्ड से भी सम्मानित किए गए।
फिल्मों के साथ टीवी सीरियल्स में भी महारत हासिल
फिल्म ‘जाने भी दो यारों’ से मशहूर हुए कुंदन शाह ने न सिर्फ कई बेहतरीन फिल्में ही बनाई बल्कि कई लोकप्रिय टीवी सीरियल्स भी लाए, जिसमें पॉपुलर टीवी सीरीज नुक्कड़, वागले की दुनिया और परसाई कहते हैं जैसे सीरियल्स शामिल हैं। कॉमेडी फिल्मों और नाटक बनाने में महारत हासिल करने वाले कुंदन शाह ने शाहरुख खान से लेकर प्रीति जिंटा तक कई कलाकारों के साथ काम किया।
आखिरी फिल्म 'पी से पीएम तक'
बेहतरीन फिल्मों और नुक्कड़ (1986), वाग्ले की दुनिया (1988) जैसे एवरग्रीन टीवी शो के लिए पहचाने जाने वाले कुंदन की आखिरी फिल्म 'पी से पीएम तक' थी, जो साल 2014 में रिलीज हुई थी।
सिनेमा से सात साल का ब्रेक
फिल्मों के बाद टीवी का रुख करने वाले कुंदन शाह ऐसे निर्देशक थे, जिन्होंने भारतीय सिनेमा में पहली बार व्यंग्यात्मक कॉमेडी विधा को लोगों के सामने रखा। पहले फिल्में और फिर कई टीवी सीरियल बनाने के बाद कुंदन शाह ने सिनेमा से सात साल का ब्रेक लिया।
शाह ने की थी 23 निर्देशकों के साथ नेशनल अवॉर्ड लौटाने की घोषणा
नवंबर 2015 में कुंदन शाह ने एक बड़ा ऐलान किया था, जिसके बाद वह सुर्खियों में आए। देश में छाए असहिष्णुता विवाद पर प्रदर्शन करते हुए, उन्होंने 23 निर्देशकों के साथ नेशनल अवॉर्ड को लौटाने की घोषणा की थी।