दो दशक से भी अधिक समय से दर्शकों के दिल पर राज कर रहे शाहरूख ने वर्ष 1989 में टीवी शो फौजी से अपने करियर की शुरूआत की थी। हिंदी फिल्म जगत में उनकी पहली फिल्म दीवाना जून 1992 में आई थी, जिसमें उनके साथ मुख्य भूमिका में दिव्या भारती और ऋषि कपूर भी थे। दीवाना बॉक्स ऑफिस पर एक बड़ी हिट साबित हुई थी और शाहरूख को फिल्म में अपने शानदार अभिनय के लिए फिल्मफेयर फॉर बेस्ट मेल डेब्यू का पुरस्कार मिला था।
साल 1993 में आई डर और बाजीगर में उनकी खलनायक की भूमिका को भी दर्शकों ने खूब सराहा था। इसके बाद शाहरूख अपने अभिनय कौशल की छटा बिखेरते हुए शोहरत की सीढ़ियां चढ़ते गए और पीछे मुड़कर नहीं देखा।
फिल्मकार यश चोपड़ा के साथ की उनकी सभी फिल्में दिल तो पागल है, दिल से, वीर जारा, जब तक है जान बड़ी हिट रहीं और बॉलीवुड में शाहरूख को किंग ऑफ रोमांस कहा जाने लगा। यश चोपड़ा के अलावा उनके बेटे निर्देशक आदित्य चोपड़ा के साथ भी शाहरूख की जोड़ी हिट रही और दोनों ने एक साथ दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे, मोहब्बतें, रब ने बना दी जोड़ी जैसी सफल फिल्में दी।
बॉलीवुड में यूं तो शाहरूख की लगभग सभी बड़ी हीरोइनों के साथ केमेस्ट्री कमाल की रही लेकिन दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे से लेकर दिलवाले तक काजोल के साथ उनकी जोड़ी हमेशा बड़े परदे पर हिट साबित हुई। शाहरूख ने अपनी बेहतरीन अदाकारी के लिए तमाम पुरस्कार हासिल किए जिसमें 14 फिल्मफेयर अवॉर्ड शामिल हैं। फिल्मों में उनके बहुमूल्य योगदान के लिए भारत सरकार उन्हें पद्मश्री से सम्मानित कर चुकी है।
बॉलीवुड में अपार सफलता हासिल करने वाले किंग खान अपनी निजी जिंदगी में भी किंग साबित हुए। उन्होंने बॉलीवुड में अपना करिअर शुरू होने से पहले वर्ष 1991 में गौरी से शादी कर ली थी, जिनके साथ वह लंबे समय से प्रेम संबंधों में थे। शाहरूख के तीन बच्चे आर्यन खान, सुहाना खाना और अबराम खान हैं।
बॉक्स ऑफिस पर हालांकि पिछले कुछ समय से शाहरूख की फिल्में कोई बड़ा धमाका नहीं कर पाई हैं, लेकिन उनके प्रशंसकों उनकी आने वाली फिल्म रईस और डियर जिंदगी से बड़ी उम्मीदें हैं।