किशोर कुमार एक फ़िल्म का गाना रिकॉर्ड करने म्यूज़िक स्टूडियो पहुंचे। लेकिन इस बार उनका अंदाज़ बिल्कुल जुदा था। आमतौर पर गाड़ी से आने वाले किशोर कुमार इस वक़्त साइकिल से आए थे। साइकिल में एक घंटी लगी थी, जिसे बार बार किशोर कुमार बजाने लगते। जैसे ही किशोर कुमार ने स्टूडियो पहुंचकर साइकिल की घंटी बजाई, सभी का ध्यान उनकी तरफ़ चला गया।
फ़िल्म के संगीतकार थे लक्ष्मीकांत प्यारेलाल। दोनों ने जब किशोर कुमार से जब साइकिल और घंटी का राज़ पूछा तो किशोर दा बोले " अरे, इससे आज गाने में फील आएगा "। फिर किशोर कुमार ने गाना रिकॉर्ड किया। गाना सबको पसंद आया। गाने के बोल थे " डाकिया डाक लाया, डाकिया डाक लाया "। इसी डाकिए के फील को महसूस करने के लिए किशोर कुमार साइकिल में स्टूडियो आए थे। ऐसे मनमौजी थे किशोर कुमार।