देश भर में चल रहे #Me Too अभियान के तहत रोज एक के बाद एक कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। लेटेस्ट नाम बॉलीवुड के मशहूर निर्माता-निर्देशक सुभाष घई का आया है जिन पर उनके साथ काम करने वाली एक महिला ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। घई ने इस मामले में दी गई अपनी प्रतिक्रिया में इस तरह के आरोपों को सिरे से खारिज किया है।
घई ने अपने ऊपर लगे रेप के आरोप को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इस तरह के आरोप से साफ इनकार किया है। गुरुवार को एक अज्ञात महिला ने उन पर बलात्कार के आरोप लगाए हैं। महिला का आरोप है कि घई ने उसके पेय पदार्थ में नशीला पदार्थ मिला दिया और उसका यौन उत्पीड़न किया।
‘छवि खराब करने का फैशन बन गया है’
73 वर्षीय घई ने अपने आरोप पर सफाई देते हुए न्यूज़ एजेंसी पीटीआई को बताया, ‘यह दुखद है कि किसी भी प्रसिद्ध आदमी की छवि खराब करने का प्रचलन हो गया है। विगत की कुछ कहानियों को बिना किसी सच्चाई के पेश किया जा रहा है। मैं इस तरह के सभी झूठे आरोपों का कड़ाई से खंडन करता हूं’।
उन्होंने कहा, ‘अगर वह ऐसा दावा करती है तो उसे अदालत में जाकर साबित करना चाहिए या तो न्याय होगा या निश्चित तौर पर मैं मानहानि का मुकदमा दायर करूंगा’।
अपना नाम उजागर नहीं करना चाहती महिला
इससे पहले, लेखिका महिमा कुकरेजा ने ट्विटर पर अज्ञात अकाउंट साझा किया जो पिछले महीने कॉमेडियन उत्सव चक्रवर्ती पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली प्रथम महिलाओं में से एक है। कुकरेजा ने कहा कि महिला ‘काफी विश्वसनीय मीडिया हस्ती है जो अपना नाम उजागर नहीं करना चाहती’।
महिला ने ये लगाए आरोप
महिला ने कहा कि वर्षों पहले उसने घई के साथ एक फिल्म में काम किया और वह उसमें कुछ ज्यादा ही रूचि लेने लगे और स्क्रिप्ट सेशन में वह अक्सर उसे अपने अपार्टमेंट में बुलाते। उसने दावा किया कि एक बार उन्होंने जबरन उसे चूम लिया लेकिन अगले दिन यह कहकर उसे शांत कराने का प्रयास किया कि यह घटना ‘प्रेमियों की लड़ाई’ है।
उसने आरोप लगाए कि देर रात तक चले संगीत सेशन में उन्होंने शराब पी और उसे भी शराब की पेशकश की ‘जिसमें नशीला पदार्थ’ मिलाया हुआ था। महिला ने कहा कि फिर से होटल के कमरे में ले जाया गया जहां अचेतावस्था में उसका यौन शोषण किया गया।