‘पीके’ स्टार आमिर जिस तरह की प्रतिक्रिया का सामना कर रहे हैं, काजोल ने उसपर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। आमिर की टिप्पणी की कई वर्गों ने आलोचना की थी। उन्होंने कहा, इन दिनों लोग अतिसंवेदनशील होते प्रतीत होते हैं। सार्वजनिक हस्तियों के तौर पर हमारा कर्तव्य है कि उचित और सही बोलें। मैंने हमेशा अपने मन की बात कही है और इसमें अब भी कोई बदलाव नहीं आया है। किताबें पढ़ने की शौकीन काजोल साहित्य उत्सव में लेखक अश्विन सांघी की नई पुस्तक ‘द सियालकोट सागा’ का विमोचन करने आई थीं। उन्होंने कहा कि उन्होंने अजय देवगन से शादी करने की सहमति इसलिए जताई थीं क्योंकि उन्होंने उन्हें एक ऐसा पुस्तकालय बनवाकर देने का वायदा किया था जैसा हॉलीवुड फिल्म ब्यूटी एंड दि बीस्ट में है।
अभिनेत्री अक्सर फिल्म के शॉट्स में किताब के साथ दिखतीं हैं और इसका श्रेय उन्होंने अपनी मां अभिनेत्री तनुजा को दिया जिन्होंने उनमें पढ़ने की आदत का विकास किया। तनुजा भी दर्शकों में बैठी थीं। काजोल ने कहा, मुझे याद नहीं पड़ता कब ऐसा हुआ जब मैंने अपनी मां के पास कोई किताब नहीं देखी हो। उनके कमरे में 400 किताबों का पुस्तकालय था जो ठीक हमारे सिर के उपर था। मेरे कमरे में भी एक पुस्तकालय है। असल में, मेरे घर में तीन पुस्तकालय हैं।