संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावत’ में जौहर को लेकर भले ही बहस हुई हो, लेकिन अभिनेत्री दीपिका पादुकोण का कहना है कि उनके लिए यह किरदार निभाना सशक्तीकरण वाला अनुभव था।
इस फिल्म को लेकर दीपिका ने उम्मीद जताई कि 'पद्मावत' की सफलता से ऐसी और फिल्में बनेंगी। उन्होंने न्यूज़ एजेंसी पीटीआई से कहा, ‘मेरे लिए यह कई मायनों में नारीत्व की सफलता है। यह फिल्म इस तथ्य का जश्न है कि यह महिला की मुख्य भूमिका वाली अब तब सबसे महंगी भारतीय फिल्म है। मुझे लगता है कि यह जीत है। यह सिर्फ मेरे लिए नहीं, बल्कि फिल्मों में महिलाओं के लिए भी जीत है।’’
दीपिका ने कहा, ‘मैं यह यकीन करना चहूंगी कि अब महिलाओं की मुख्य भूमिका वाली फिल्मों के लिए दरवाजे खुलेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘मैं इस तथ्य का सम्मान करती हूं कि लोगों की अलग-अलग राय है। परंतु मेरी राय यह है कि फिल्म को हमेशा संपूर्णता में देखनी चाहिए। किसी भी दृश्य को फिल्म के प्रसंग से जोड़कर देखना चाहिए और फिल्म को उसी दौर के संदर्भ में देखना चाहिए, जिससे यह जुड़ी हुई है।’
अभिनेत्री ने कहा, ‘आज हम बैठक कर सकते हैं और यह चर्चा कर सकते हैं, लेकिन दुर्भाग्यवश ये उस समय की प्रथा थी जिसका अनुसरण किया जाता था। हमने इसका समर्थन नहीं किया है। सवाल यह है कि फिल्म की शुरुआत की घोषणा को लोग नहीं देख पाए?’