कंगना ने कहा कि उन्हें इस बात पर कोई शर्म नहीं है कि वह कहां से आयी हैं और जब लोग इस कारण से लोग उनके बारे में खराब बातें करते हैं, तब भी उन्होंने अपना व्यक्तित्व बनाये रखा। उन्होंने कहा, मुझे अपने जन्म के स्थान को लेकर कोई शर्मिन्दगी नहीं है। लोगों ने मुझे शर्मिन्दा करने का प्रयास किया कि मैं एक छोटे शहर से यहां आयी हूं ओर ठीक से अंग्रेजी नहीं बोल सकती या मुझे ठीक ढंग से कपड़े पहनने का शउर नहीं है, लेकिन ऐसी बाते मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकीं।
कंगना ने कहा, मेरा व्यक्तित्व हमेशा मेरे जन्मस्थान से प्रभावित रहा। आज भी जब मैं काम करती हूं, तो सबसे पहले लोग मुझे एेसी प्रतिक्रिया देते हैं...अच्छा ..तो यही वह नाजुक सुंदर लड़की है, लेकिन मेरे काम करने पर ये सब बातें गायब हो जाती हैं।
उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि प्रत्येक महिला अपने आप को पुरुषों के बराबर महसूस करें।
उन्होंने कहा, सबसे पहले महिला को अपने आप पर भरोसा रखना चाहिये और खुद को पुरुषों के बराबर समझना चाहिये। इस तरह से उनके साथ ठीक बर्ताव किया जाएगा। आज मैं गर्व से कह सकती हूं कि किसी भी फिल्म की शूटिंग के पांच दिन के अंदर मेरे साथ भी और लोगों की तरह ही व्यवहार किया गया।
कंगना ने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि आज महिला खुले तौर पर बिना किसी डर के अपनी आवाज उठा रही है और लोग भी उसे सुनने के लिए उत्सुक हैं।
भाषा