सन 1998 में हमारे ऊंघते से शहर इंदौर में अचानक हलचल मच गई थी। पता चला लाखों युवा दिलों की धड़कन सलमान खान अपनी नायिका काजोल के साथ डेली कॉलेज स्कूल में अपनी फिल्म ‘प्यार किया तो डरना क्या’ के एक गाने की शूटिंग के लिए आ रहे हैं। अभी भी इंदौर में फिल्म की शूटिंग बड़ी घटना है तो 1998 में क्या माहौल होगा सोचा ही जा सकता है। तब तक प्रेम बाबू (सलमान की पहली फिल्म ‘मैंने प्यार किया में नायक का नाम यही था’) लोगों के दिलों दिमाग पर छा चुके थे। उनकी भोली सूरत, मासूमियत से संवाद बोलने की अदा और हमेशा आज्ञाकारी बेटे, प्रेमिका पर मर-मिटने वाले प्रेमी जैसी भूमिकाएं ही उन्होंने की थीं।
डेली कॉलेज में शूटिंग देखने वालों की भीड़ में मैं भी एक तामशबीन थी। सलमान को देखने से ज्यादा शूटिंग देखने का शौक था आखिर कैसे होता है यह सब। शूटिंग के बीच जब सलमान सुस्ताने पहुंचे तो भीड़ ने उन्हें घेर लिया। तभी आठ-नौ साल का एक बच्चा सलमान का ऑटोग्राफ लेने के लिए आगे बढ़ा और अपनी हथेली उनके आगे फैला दी। सलमान फुर्सत का कश लेने में व्यस्त थे। उन्होंने बच्चे को घूर कर देखा और जलती सिगरेट हथेली पर छुआ दी। गर्म चटका लगने से बच्चा हड़बड़ाया और पीछे हट गया। सलमान जोर से हंसे और उठ कर चल दिए।
इस घटना को लगभग सत्रह साल बीत गए पर मैं न सलमान के चेहरे का भाव भूली न ही उस बच्चे का। उसके बाद जब भी मैंने सलमान की कोई भी फिल्म देखी मुझे वहीं क्रूर चेहरा नजर आया। भले ही वह हम साथ-साथ हैं का अपने भाई को प्रेम करने वाला सीधा सादा लड़का हो, कुछ कुछ होता है में आखिरी सीन में आने वाला हारने वाला प्रेमी हो, तेरे नाम का दीवाना राधे हो या फिर असली जिंदगी में ‘बीइंग ह्यूमन’ नाम से संस्था चलाने वाला सलमान खान हो, मैं उस चेहरे को पसंद कर ही नहीं सकी।
सालों बाद जब ऐश्वर्या राय उनके प्रेम में पागल थीं और एक बार विवेक ओबेराय सलमान से उलझ गए थे तो खबर आई थी कि सलमान ने ऐश्वर्या को लगभग धक्का मार कर कार से उतार दिया था, जिसमें वह गिर गई थीं। बहुत से अखबारों ने लिखा सलमान ऐसा नहीं कर सकते। पर मुझे यकीन था वह ऐसा कर सकते हैं।