आई एम कलाम और पान सिंह तोमर जैसी चर्चित फिल्मों के लेखक संजय चौहान का निधन हो गया है। वह 62 वर्ष के थे। संजय चौहान लिवर की बीमारी से पीड़ित थे। उन्होंने रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल मुम्बई में अंतिम सांस ली।
संजय चौहान ने अपने कैरियर में धूप, मैंने गांधी को नहीं मारा, साहिब बीवी और गैंगस्टर जैसी फिल्मों में लेखन किया। संजय चौहान ने अपना सफर बतौर पत्रकार दिल्ली से शुरु किया। नब्बे के दशक में संजय दिल्ली से मुम्बई आए और लेखन में किस्मत आजमाने लगे। उन्होंने सोनी टीवी के धारावाहिक भंवर के लिए लेखन किया। निर्देशक सुधीर मिश्रा की फिल्म हजारों ख्वाहिशें ऐसी में भी संजय चौहान ने संवाद लिखे।
संजय चौहान का अन्तिम संस्कार आज दोपहर 12.30बजे मुम्बई में ओशिवारा श्मशान घाट पर होगा। संजय चौहान अपने पीछे अपनी पत्नी और बेटी सारा को छोड़ गए हैं। संजय चौहान के निधन के बाद फिल्मी दुनिया से जुड़े तमाम लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए शोक संवेदना व्यक्त की है।