मस्तीजादे की अभिनेत्री ने बताया कि लेखन की बात उनके दिमाग में कभी नहीं थी लेकिन उनके पास कुछ विचार थे जिन्हें उन्होंनें कलमबद्ध नहीं किया था। सनी ने एक इंटरव्यू में कहा, मेरे दिमाग में लेखन नहीं था। मैं सालों से अलग-अलग कहानियों और विचारों के बारे में सोच रही थी लेकिन वास्तव में मैंने कभी कुछ लिखा नहीं। यह पहली बार है जब मैंने इस तरह का कुछ लिखा है। जब में छोटी थी तो मैं एक डायरी रखती थी, मेरी मां ने इसे पढ़ा और उसके बाद मैंने डायरी नहीं लिखी।
अभिनेत्री ने बताया कि जब प्रकाशन गृह जगरनॉट बुक ने 12 लघु कहानियों के लेखन के लिए उनसे संपर्क किया तो उन्होंने इसे चुनौती के रूप में लिया और इसे तीन महीनों के भीतर पूरा किया।