हिन्दी सिनेमा की मशहूर अभिनेत्री जीनत अमान ने मंगलवार को इंस्टाग्राम अकाउंट पर जानकारी दी कि उनकी दाहिनी आंख की सर्जरी हुई है। जीनत अमान ने बताया कि उन्हें पीटोसिस नामक बीमारी 40 साल से थी। लेकिन उन्हें उपचार में सफलता नहीं मिल रही थी। आखिरकार 40 साल के इंतजार के बाद हिंदुजा अस्पताल में उनका इलाज हो पाया है। जीनत अमान ने इस मौके पर अपने परिवार और हिंदुजा अस्पताल के चिकित्सकों का आभार व्यक्त किया।
जीनत अमान ने बताया कि उन्हें पीटोसिस नामक बीमारी थी। उन्हें इसका लम्बे समय से एहसास था लेकिन व्यस्तता के कारण वह ध्यान नहीं दे पा रही थीं। पीटोसिस नामक बीमारी के कारण आंख की ऊपरी पलकें झुक जाती है, जिससे रोगी को चीजें धुंधली दिखने लगती हैं या दृष्टि खराब हो जाती है। जीनत अमान ने बताया कि पहले तो व्यस्तता के कारण वह ध्यान नहीं दे पाईं।मगर जब समय के साथ बीमारी बढ़ी तो उन्हें दिक्कत होने लगी। तब उन्होंने बीमारी को गंभीरता से लिया।
जीनत अमान ने कहा कि उनके छोटे बेटे जहान और उसकी दोस्त कारा ने उन्हें 19 मई को मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती करवाया था। इससे एक दिन पहले, 18 मई को उन्होंने एक प्रमुख फैशन मैगजीन के कवर के लिए फोटो शूट किया था।
‘हरे राम हरे कृष्णा’, ‘डॉन’ और ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ जैसी फिल्मों में अपने अभिनय की छटा बिखर चुकीं अभिनेत्री (71) ने कहा, ‘यह एक ऐसा सच था जो पिछले 40 वर्षों से अनदेखा किया गया। अब इससे छुटकारा पाने का समय आ गया। मुझे पीटोसिस नामक बीमारी है, जो कई दशकों पहले लगी चोट का परिणाम है। चोट के कारण मेरी दाहिनी आंख के आसपास की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचा।’
जीनत अमान ने जानकारी दी कि उनकी रिकवरी हो रही है। उन्होने बताया कि अब उन्हें बेहतर ढंग से दिखाई दे रहा है। उन्होंने अस्पताल के मेडिकल स्टाफ को धन्यवाद देते हुए कहा, ‘रिकवरी धीमी है और जारी है। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि मेरी दृष्टि में अब बहुत सुधार हुआ है।’