#metoo कैंपेन बॉलीवुड में रफ्तार पकड़ रहा है। नाना पाटेकर, विवेक अग्निहोत्री, विकास बहल, आलोक नाथ, वरुण ग्रोवर, रजत कपूर जैसे कई नाम सामने आए हैं। कैंपेन को लेकर फिल्म अभिनेता असरानी ने बकवास बताते हुए कहा है कि इससे मनोरंजन इंडस्ट्री को नुकसान हो रहा है।
असरानी ने कहा, मैं महिलाओं का समर्थन करता हूं, सभी को यह करना चाहिए। लेकिन ये सब ज्यादातर केवल पब्लिसिटी, फिल्म प्रमोशन का हिस्सा है, इससे ज्यादा कुछ नहीं। 90 फीसदी मामलों में झूठ है और केवल लोकप्रियता के लिए यह किया जा रहा है। केवल आरोपों का कुछ मतलब नहीं होता। इसे गंभीरता से न लें।
हाल ही में तनुश्री दत्ता ने नाना पाटेकर पर फिल्म 'हॉर्न ओके प्लीज' की शूटिंग के दौरान यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था। तनुश्री का आरोप था कि नाना ने फिल्म के कोरियोग्राफर से डांस में कुछ ऐसे स्टेप्स जोड़ने को कहे जिनसे वह तनुश्री छू सकें। हालांकि जब नाना सामने आए तो उन्होंने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया था। इसके बाद टीवी की मशहूर लेखिका विनीता नंदा ने अभिनेता आलोक नाथ पर यौन शोषण के आरोप लगाए। विनीता के बाद एक्ट्रेस संध्या मृदुल में भी आलोक नाथ पर आरोप लगाए। इस पर आलोक नाथ के वकील का कहना था कि वह सही समय पर बोलेंगे।