मोहम्मद रफी को संगीत की दुनिया में पिता तुल्य मानने वाले गायक सोनू निगम ने उनसे अपनी तुलना को लेकर कहा है कि बाप-बेटे के बीच कोई तुलना नहीं हो सकती।
निगम ने 24 दिसंबर को आने वाली रफी की 100वीं जयंती से पहले कहा कि वह जो भी गाते हैं, अपने “उस्ताद” जैसा नहीं गाते।
निगम ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “रफी साहब बेजोड़ थे। वह कव्वाली, भजन, उदासी भरे, सुरों के उतार-चढ़ाव वाले, सेमी-क्लासिकल गीत गा सकते थे। एक गायक को ऐसा ही होना चाहिए। वह मेरे लिए प्रेरणास्रोत थे।”
निगम के गायक माता-पिता अगम और शोभा ने उन्हें रफी जैसा गीतकार बनने के लिए प्रोत्साहित किया था।
निगम ने कहा, “मैं आज जो कुछ भी हूं, वह बनने में उनसे (रफी) मुझे बहुत मदद मिली है और मैं अब भी उनसे सीखता रहता हूं। वह संगीत की दुनिया में मेरे लिए पिता समान हैं।”
निगम (51) की तुलना अकसर रफी से की जाती है। उन्होंने अपने करियर का पहला गाना चार वर्ष की आयु में 1977 में आई फिल्म ‘हम किसी से कम नहीं’ में “क्या हुआ तेरा वादा” गाया था। निगम रफी की 100वीं जयंती के मौके पर मंगलवार को मुंबई में एक विशेष संगीत कार्यक्रम के साथ अपने गुरु को श्रद्धांजलि देंगे। निगम रफी से अपनी तुलना को सही नहीं मानते।
उन्होंने कहा, “तुलना करने वालों को यह समझना होगा कि वह मेरे लिए पिता तुल्य हैं। आप पिता और पुत्र की तुलना नहीं कर सकते। पिता सदैव पिता ही रहेगा। चाहे मैं कुछ भी गाऊं, उनके जैसा कभी नहीं बन पाऊंगा।’” उन्होंने कहा कि वह अपने आदर्श से कभी नहीं मिल पाए लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।
निगम ने कहा, “वह हमेशा मेरे में बसे हैं, इसलिए मुझमें वास्तव में उनसे न मिल पाने की कसक नहीं है।” उन्होंने कहा, “मैं इस बात से अभिभूत और विनम्र महसूस करता हूं कि मुझे उनके 100वें जन्मदिन पर उनके गीत गाने का मौका मिल रहा है।”
देव आनंद, शम्मी कपूर, गुरुदत्त, धर्मेंद्र और कई अन्य प्रमुख सितारों को अपनी आवाज देने वाले रफी का 1980 में 55 वर्ष की आयु में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। उस समय निगम केवल सात वर्ष के थे।