साउथ फिल्म इंडस्ट्री की बहुप्रतीक्षित फिल्म आदिपुरुष रिलीज होने से पहले ही विवादों में घिरती नजर आ रही है। फिल्म में दर्शाए गए भगवान राम और रावण के चित्रण को लेकर लोगों की तरह–तरह तरह की प्रतिक्रिया आ रही है। अब मामला अदालत तक पहुंच गया है।
शुक्रवार को दिल्ली की एक अदालत में याचिका दायर कर इस फ़िल्म को प्रतिबंधित करने की मांग की गई है। याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका में हिंदू देवताओं को 'अनुचित' और 'गलत' तरीके से चित्रित करने का आरोप लगाया गया है।
अधिवक्ता राज गौरव द्वारा शुक्रवार को दायर याचिका में निर्माता भूषण कुमार और निर्देशक और सह-निर्माता ओम राउत के खिलाफ स्थायी और अनिवार्य निषेधाज्ञा की मांग की गई है। अधिवक्ता ने यह भी आरोप लगाया फिल्म में महाकाव्य रामायण की मूल बातों में हेर–फेर किया गया है।
कोर्ट में दायर याचिका में कहा गया है कि, निर्माताओं ने फिल्म आदिपुरुष के टीज़र में हिंदू देवताओं भगवान राम और भगवान हनुमान के गलत चित्रण किया गया है। जिसने हिंदुओं की धार्मिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और सभ्यतागत भावनाओं को आहत किया है।
याचिकाकर्ताओं का दावा है कि भगवान राम छवि पारंपरिक रूप से शांत स्वभाव के व्यक्तित्व की है, लेकिन फिल्म में उन्हें चमड़े से बने आधुनिक जूते पहने हुए ‘अत्याचारी, प्रतिशोधी और क्रोधित’ के रूप में दिखाया है। याचिकाकर्ताओं ने कोर्ट से आग्रह किया है कि टीचर को सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से हटाने का निर्देश दिया जाए।