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हम दर्शकों को आकर्षित करने के लिए और तरीकों को देख रहे हैं: पीवीआर के संजीव बिजली

15 अक्टूबर यानी कल से 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सिनेमा हॉल फिल्म प्रेमियों के लिए अपने...
हम दर्शकों को आकर्षित करने के लिए और तरीकों को देख रहे हैं: पीवीआर के संजीव बिजली

15 अक्टूबर यानी कल से 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सिनेमा हॉल फिल्म प्रेमियों के लिए अपने दरवाजे एक बार फिर खोल देंगे। लेकिन फिल्म देखने जाने वालों को ऑडिटोरियम में कदम रखने के बारे में कुछ आशंकाएं हो सकती हैं। ज्योतिका सूद को दिए साक्षात्कार में पीवीआर के संयुक्त प्रबंध निदेशक संजीव कुमार बिजली ने आश्वासन दिया कि फिर से फिल्म देखने आने वाले के लिए ये सुरक्षित होगा।

साक्षात्कार के प्रमुख अंश:

15 अक्टूबर को कितने पीवीआर खुलने वाले हैं?

अब तक 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने अपने ऑडिटोरियम को खोलने की अनुमति दी है। वर्तमान में हमारे ऑडिटोरियम 21 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में मौजूद हैं। 15 अक्टूबर से हम कुल 845 स्क्रीनों में से 496 स्क्रीनों को फिर से खोलेंगे। 

सार्वजनिक रूप से सिनेमा देखने के लिए पीवीआर कितना सुरक्षित होगा?

स्वास्थ्य एवं गृह मंत्रालय द्वारा जारी किए गए प्रोटोकॉल पर बहुत अच्छी तरह से विचार किया गया है। हम इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि 50 फीसदी बैठने की क्षमता का पालन करने के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखा जाए। एंट्री गेट पर सेनिटाइज करने के साथ तापमान की जांच की जाएगी। दर्शकों को ग्लव्स और मास्क भी दिए जाएंगे। हर शो से पहले ऑडिटोरियम को सैनिटाइज किया जाएगा। नियमित अंतराल पर शौचालय को भी साफ किया जाएंगा। परिसर के अंदर का तापमान 24 डिग्री से 27 डिग्री सेल्सियस के बीच बनाए रखा जाएगा जो वायरस के प्रसार को कम करने में मदद करेगा। व्यापार के नजरिए से देखें तो हमारे पास दो फायदे हैं। पहली चीजें ये है कि ऑडिटोरियम की छतें 11 से 12 मीटर ऊंची हैं। यहां पर्याप्त वेंटिलेटर होता है। दूसरा ये है कि सिनेमा हॉल में, लोगों को स्क्रीनिंग के दौरान एक-दूसरे से बात करने की ज़रूरत नहीं होती है। ये मददगार होना चाहिए। हमारे पास बहुत प्रभावी सुरक्षा और हाइजीन प्रोटोकॉल है।

परिवार और बड़े समूहों को लेकर आपके क्या प्रोटोकॉल हैं?

परिवार को परिसर के अंदर सामाजिक दूरी बनाए रखने की भी आवश्यकता है। सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार, 10 वर्ष से कम आयु के बच्चों और 65 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को सरकारी प्रोटोकॉल के अनुसार फिल्म देखने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

पीवीआर से दर्शकों को किस तरह की रियायतों की उम्मीद करनी चाहिए?

हम प्रमोशन के लिए और तरीकों को देख रहे हैं। चूंकि, नई सामग्री तुरंत नहीं आ सकती है। हम ऐसी फिल्में लगाएंगे जिनकी कीमत बहुत कम है। पेप्सी और पॉपकॉर्न की एक साथ पैकेजिंग, लोगों के आधार पर अधिक छूट दे रहे हैं। हम इस पर काम कर रहे हैं और बहुत जल्द इसकी घोषणा कर दी जाएगी, ताकि लोगों को फिल्म देखने आने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।

लेकिन सिर्फ 50% क्षमता के साथ मूवी टिकट की लागत अधिक नहीं होगी?

हमारे टिकट की कीमतें हमेशा उचित होती हैं। हमारे टिकट की कीमत ब्लॉक बस्टर और गैर-ब्लॉक बस्टर मूवी श्रेणियों पर आधारित है। चूंकि तत्काल ब्लॉक बस्टर नहीं है इसलिए टिकटों का निर्धारण मूल्य कम होगा और पुरानी फिल्मों को दोबारा दिखाना भी सस्ता होगा।

क्या आपको लगता है कि ओटीटी अब मल्टीप्लेक्स को टक्कर देने जा रहे हैं?

दोनों की तुलना करना अनुचित है, क्योंकि पीवीआर बंद थे। यदि कोई खिलाड़ी एक्शन से बाहर है, तो आप उसे कैसे आंकते हैं? हम पिछले सात महीनों से पूरी तरह से बंद थे। हम पिछले सात महीनों से पूरी तरह से बाहर थे। मुझे नहीं लगता है कि ज्यादातर निर्माता छोटे पर्दे के लिए फिल्में बना रहे हैं। अभिनेताओं से लेकर निर्माता, संगीतकार और तकनीशियन तक हर कोई अपनी फिल्मों को बड़े पर्दे पर देखना चाहता है।

क्या आपके पास सामग्री है?

बहुप्रतीक्षित फिल्में ‘83’ जो दिसंबर में आ रही हैं और जहां तक हिंदी शैली की बात है तो जनवरी में आने वाली सूर्यवंशी, ये गेम चेंजर होगा। हम भाग्यशाली हैं कि एक ऐसा देश जहां, क्षेत्रीय सिनेमा में बहुत मजबूत उपस्थिति है और पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, पंजाब, तेलंगाना में अच्छी नई फिल्में हैं। कुछ महीनों के लिए मुझे लगता है कि हमारे पास पर्याप्त और ताजा सामग्री है।

आप कब तक मल्टीप्लेक्स बिजनेस के वापस आने की उम्मीद करते हैं?

मुझे लगता है कि जहां तक व्यापार के सामान्य होने का सवाल है तो ऐसे में दो मोड़ हैं, पहला दिसंबर में कोविड-19 के बाद पहली ब्लॉक बस्टर रिलीज के साथ होगी जो ‘83’ है और दूसरा दिसंबर से मार्च और अप्रैल का महीना होगा, हालांकि यह पूरी क्षमता से नहीं बल्कि अच्छा कारोबार करेगा।

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