निहलानी ने कहा, हमने फिल्म को यूए के प्रमाण पत्र दिया है क्योंकि यह समिति का निर्णय है। दरअसल, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी फिल्म को पीजी रेटिंग दी गई है जिसका अर्थ है कि बच्चों को वयस्कों की निगरानी में यह फिल्म देखनी चाहिए। उन्होंने कहा, फिल्म को यह रेटिंग आवश्यकता के अनुसार दी गई है। हमने बिना कोई शॉट काटे फिल्म को मंजूरी दी है।
इससे पहले एक अन्य हॉलीवुड फिल्म द जंगल बुक को भी यूए प्रमाण पत्र दिया गया था क्योंकि यह बच्चों के लिए डरावनी थी। निहलानी ने कहा, एंग्री बर्डस को बहुत पहले प्रमाण पत्र दिया जा चुका है। यदि निर्माताओं को कोई आपत्ति होती तो वे पुनरीक्षण समिति के पास जाते। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया क्योंकि वे भी जानते हैं कि फिल्म के लिए यह सही प्रमाण पत्र है।
निहलानी ने कहा, लोगों को पहले फिल्म देखनी चाहिए फिर इस पर चर्चा करनी चाहिए कि यह प्रमाण पत्र सही है या नहीं। फिल्म देखने से पहले किसी निष्कर्ष पर पहुंचना सही नहीं है। निहलानी ने कहा कि इस बात पर भी हो-हल्ला करने का कोई तुक नहीं है क्योंकि बच्चे स्वाभाविक रूप से किसी वयस्क के साथ ही फिल्म देखने जाएंगे।