बेस्ट सपोर्टिंग रोल के लिए देव पटेल की टक्कर महेर्शाला अली (मूनलाइट), जेफ ब्रिजेस (हेल और हाई वाटर ) और लुकास हेजेज (मेनचेस्टर बाई थे सी) के साथ थी। हालांकि सबसे कड़ा मुकाबला देव पटेल और महेर्शाला अली के बीच था। इस कड़ी में अली ने बाजी मारी और सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का पुरस्कार जीता। अली को यह अवॉर्ड फिल्म मूनलाईट के लिए दिया गया है। यह पहला मौका है जब किसी मुस्लिम एक्टर को यह अवॉर्ड दिया गया है।
वैसे देव पटेल यदि वह इस अवॉर्ड को हासिल करने में कामयाब हो जाते तो ऑस्कर जीतने वाले पूरी तरह से पहले भारतीय एक्टर होते। हालांकि इससे पहले म्यूजिक डायरेक्टर एआर रहमान समेत कई कलाकारों को कई विभिन्न श्रेणियों में ऑस्कर मिल चुका है, लेकिन एक्टिंग के क्षेत्र में किसी भारतीय एक्टर को ऑस्कर नहीं मिला है।
गार्थ डेविस के निर्देशन में बानी 'लायन' में देव पटेल एक ऐसे भारतीय लड़के का किरदार कर रहे हैं जिसको बचपन में एक ऑस्ट्रेीलियाई परिवार अपना लेता है, लेकिन जब वह बड़ा होता है तो गूगल के सहारे अपने जैविक माता-पिता को खोज लेता है। माना जा रहा है कि यह फिल्मह एक सच्चीा घटना पर आधारित है।
गौरतलब है कि ऑस्कर अवॉर्ड्स के 89 सालों के इतिहास में अब तक छह पुरस्कार भारत ने अपने नाम किए हैं, जिनमें से एक हॉनररी अवॉर्ड है। मेहबूब खान की फिल्म 'मदर इंडिया' ऑस्कर के लिए नामित होने वाली पहली भारतीय फिल्म थी। इसे 1958 में बेस्ट फॉरेन फिल्म की श्रेणी में नामित किया गया था, हालांकि भारत को पहला ऑस्कर इसके 25 साल बाद 1983 में मिला। यह अवॉर्ड रिचर्ड एटेनबरो की फिल्म 'गांधी' के बेस्ट कॉस्ट्यूम के लिए भानु अथैया को दिया गया था। हालांकि भारत से जुड़े ब्रिटिश एक्टर बेन किंग्सले को 1983 में 'गांधी' फिल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का ऑस्कर पुरस्कार मिल चुका है। बेन के पिता गुजरात मूल के थे। इस लिहाज से बेन के तार भारत से जुड़े हैं।