केंद्र ने केरल में आरएसएस के पांच नेताओं को संभावित खतरों के मद्देनजर वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है। आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
माना जाता है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेताओं के नाम पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के रडार पर पाए गए थे, जब केंद्रीय जांच एजेंसियों ने इस्लामिक संगठन पर हालिया कार्रवाई के दौरान इस संबंध में दस्तावेज बरामद किए थे।
सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय जांच और खुफिया एजेंसियों द्वारा केंद्रीय गृह मंत्रालय को दी गई जानकारी और सिफारिशों के आधार पर आरएसएस के पांच नेताओं को केंद्रीय सुरक्षा कवर की सबसे छोटी श्रेणी वाई- दी गई है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की वीआईपी सुरक्षा शाखा को यह काम सौंपने के लिए कहा गया है।
सूत्रों ने कहा कि प्रत्येक सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति को कवर के हिस्से के रूप में लगभग दो से तीन सशस्त्र कमांडो प्रदान किए जाएंगे। ऐसा ही कवर बिहार बीजेपी अध्यक्ष और पश्चिम चंपारण से सांसद संजय जायसवाल को भी दिया गया है।
जून में 'अग्निपथ' भर्ती योजना के शुभारंभ के दौरान उनके और अन्य भाजपा नेताओं के खिलाफ विरोध के मद्देनजर उन्हें वाई कवर सुरक्षा दी गई थी। लकवर को बाद में वापस ले लिया गया था लेकिन अब इसे बहाल कर दिया गया है।इन छह सुरक्षाकर्मियों को जोड़ने के साथ, सीआरपीएफ कम से कम 125 लोगों को अपने वीआईपी सुरक्षा छत्र के नीचे कवर कर रहा है।