बांदा जेल के डिप्टी जेलर को माफिया से नेता बने मुख्तार अंसारी की जेल के हाल के निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ''सहयोग नहीं करने'' के लिए निलंबित कर दिया गया है।
जेलर वीरेंद्र कुमार वर्मा ने बताया कि सोमवार रात को जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक ने संयुक्त रूप से जेल का निरीक्षण किया, जिस दौरान डिप्टी जेलर वीरेश्वर प्रताप सिंह ने उनका सहयोग नहीं किया और कुछ अनियमितताओं को छिपाने की कोशिश की। डीएम ने इस संबंध में लखनऊ के कारागार एवं सुधार महानिरीक्षक को पत्र भेजा था।
उप महानिरीक्षक कारागार प्रशासन एवं सुधार लखनऊ शैलेंद्र कुमार ने मंगलवार शाम को उप जेलर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर जेल प्रशिक्षण संस्थान, लखनऊ में संलग्न कर दिया। वर्मा ने कहा कि जेल नियमावली के तहत अंसारी को अन्य कैदियों की तरह ही सुविधाएं दी जा रही हैं।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, 'जेल में बंद माफिया डॉन और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी को अतिरिक्त सुविधाएं मुहैया कराने के आरोप का निलंबन आदेश में जिक्र नहीं है।'