पटना के फुलवारी शरीफ में पकड़े गए दानिश और उसके आईएसआई से कनेक्शन के कबूलनामा के बाद मामले को एनआईए ने टेक ओवर कर लिया।
शनिवार को केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने मामले को एनआईए को सौंप देने संबंधी सिफारिश को हरी झंडी दे दी थी।
कल रविवार की रात एनआईए के चीफ रांची से यंहा पहुंच कर विधिवत जांच अपने हाथों ले ली। हालांकि यह पहले से ही संयुक्त कार्रवाई में साथ रही है।
गजवा-ए-हिन्द नामक पाकिस्तान से संचालित संस्था के कई एक्टिव मेंबर्स बिहार से लेकर देश के विभिन्न हिस्सों में फैलने की बेस्ट जलालुद्दीन और दानिश की अरेस्टिंग के बाद सामने आई है।
पटना एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि पकड़े गए आतंकी से कई दस्तावेज़ बरामद हुए हैं। कुछ देश विरोधी प्लान भी प्रिंटेड बरामद हुए हैं।
इनकी योजना में 2023 को दहला देने संबंधी डॉक्यूमेंट भी सामने आए हैं। इसी के तहत परवेज युवकों को टैलेंट सर्च प्रोग्राम के तहत जिहादी युवकों को चुन कर नेपाल स्थित ट्रेनिंग कैम्प में भजता था जहां उसका ब्रेन वाश कर देश विरोधी अन्य गतिविधियों की ट्रेनिंग दी जाती थी।
इन आतंकियों के कनेक्शन पाकिस्तान,नेपाल तथा यमन तथा अन्य देशों से उभर कर आई है।
इन्होंने एक नेट - सा बनाया हुआ है, जिसमे बंगाल, झारखंड, नेपाल, केरल, यू पी सहित कई राज्य के युवक शामिल हैं।
एनआईए ने बताया कि जांच जारी है । ऐसी स्थिति में बहुत कुछ नहीं बोला जा सकता। एजेंसी ने इतना जरूर बताया कि भूमिगत तरीके से तैयार ये मॉड्यूल बहुत खतरनाक है।
इनका टारगेट 2023 में देश को दहला देने का रहा है।